आतिशी के इस्तीफे के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलने पहुंचे प्रवेश वर्मा
दिल्ली भाजपा के नेताओं ने प्रचंड जीत के बाद रविवार को उपराज्यपाल के आधिकारिक निवास राज भवन पहुंचे। भाजपा नेताओं ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया। इससे पहले आतिशी ने अपना त्यागपत्र एलजी को सौंपा था।

दिल्ली में दो दशक से भी ज़्यादा लंबे समय बाद बीजेपी के लिए खुशखबरी सामने आई है। दिल्ली की 70 में से 48 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत हुई है। इसके बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आम आदमी पार्टी की इस चुनाव में बड़ी हर हुई है, पार्टी के लगभग सभी दिग्गज नेता को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली भाजपा के नेताओं ने प्रचंड जीत के बाद रविवार को उपराज्यपाल के आधिकारिक निवास राज भवन पहुंचे। भाजपा नेताओं ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया। इससे पहले आतिशी ने अपना त्यागपत्र एलजी को सौंपा था।
किन नेताओं ने की उपराज्यपाल से मुलाक़ात
भाजपा के जिन नेताओं ने राज भवन पहुंचकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की है, उनमें प्रवेश वर्मा, कैलाश गहलोत, राजकुमार चौहान, नीरज बसोया और अरविंदर सिंह लवली शामिल थे।कैलाश गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात थी। इससे पहले आतिशी ने आज दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज निवास पहुंचकर उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा।दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ‘आप’ नेता आतिशी राज निवास से रवाना हुईं। हालांकि, उन्होंने इस दौरान मीडिया से कोई बातचीत नहीं की।आतिशी के इस्तीफा देने के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली विधानसभा को भंग कर दिया है। उपराज्यपाल ने विधानसभा को भंग किए जाने की अधिसूचना जारी कर दी है।
बैठकों का दौर शुरू
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा आज शाम सभी जीते हुए विधायकों से मिलेंगे। इस दौरान वह सभी को बधाई देंगे और सरकार बनाने को लेकर भी चर्चा की संभावना है।इससे पहले चुनावी नतीजे आने के बाद शनिवार शाम को भाजपा दफ्तर में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह के साथ शपथग्रहण और दिल्ली में बनने वाली सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई थी।
ज्ञात हो कि भाजपा को 2025 विधानसभा चुनाव में यह जीत 2015 और 2020 के चुनावों में करारी हार झेलने के बाद मिली है। 27 साल के लंबे इंतजार के बाद भाजपा को दिल्ली में पूर्ण बहुमत मिला है। दिल्ली की 70 सीटों में से 48 पर भाजपा ने परचम लहराया, जबकि 'आप' को 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।बता दें कि ‘आप’ के मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित कई वरिष्ठ नेताओं को हार का सामना करना पड़ा।