माल्या-ललित विदेश में मना रहे जश्न... इधर भारत सरकार में दे दी तगड़ी चेतावनी, 'भगोड़ों' की बढ़ी मुश्किलें!
भारत सरकार ने साफ किया है कि फरार आर्थिक अपराधियों को वापस लाने में कोई नरमी नहीं होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत कई देशों से बातचीत कर रहा है और कानूनी प्रक्रियाएं जारी हैं.
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भारत सरकार ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि देश से फरार आर्थिक अपराधियों को वापस लाने के मुद्दे पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी. सरकार का कहना है कि जो लोग भारतीय कानून से बचकर विदेशों में रह रहे हैं, उन्हें हर हाल में भारत लाकर अदालत के सामने पेश किया जाएगा. यह संदेश ऐसे समय में आया है, जब भगोड़े कारोबारियों का हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायराल हुआ था.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सरकार का रुख स्पष्ट शब्दों में रखा. उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस दिशा में पूरी तरह प्रतिबद्ध है और कई देशों के साथ लगातार बातचीत कर रही है. रणधीर जायसवाल ने बताया कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आसान नहीं होती, इसमें कई कानूनी स्तर और औपचारिकताएं शामिल रहती हैं. इसके बावजूद भारत सरकार का संकल्प अडिग है. उनका कहना था कि भारत में कानून द्वारा वांटेड और भगोड़ा घोषित किए गए लोगों को देश वापस लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
विदेश राज्य मंत्री ने भी दिया था सख्त कार्रवाई
विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब एक दिन पहले विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की भारत वापसी को लेकर सख्त टिप्पणी की थी. कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा था कि ऐसे लोग डर के कारण देश छोड़कर भागते हैं, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि कार्रवाई जरूर होगी और सरकार इस मामले में गंभीर है. कीर्ति वर्धन सिंह ने यह भी कहा कि आज के दौर में आतंकवाद जैसे गंभीर मामलों में भी प्रत्यर्पण संभव हो पा रहा है. उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा का उदाहरण देते हुए कहा कि जब आतंक के मामलों में आरोपी को भारत लाया जा सकता है, तो आर्थिक अपराधियों को वापस लाना भी असंभव नहीं है. यह बयान सरकार के आत्मविश्वास और बदले हुए रुख को दिखाता है.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी चेतावनी
इस बीच विजय माल्या की मुश्किलें न्यायिक स्तर पर भी बढ़ती नजर आ रही हैं. मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें कड़ी चेतावनी दी. अदालत ने साफ कहा कि यदि विजय माल्या भारत वापस नहीं आते हैं, तो भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर सुनवाई नहीं की जाएगी. हाईकोर्ट की इस टिप्पणी को एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
ललित मोदी ने शेयर किया था वीडियो
यह सारा मामला उस वक़्त और गहरा हो गया, जब सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया. इस वीडियो में विजय माल्या को एक अन्य भगोड़े ललित मोदी के साथ लंदन में पार्टी करते हुए देखा गया. यह वीडियो खुद ललित मोदी ने शेयर किया था, जिसे विजय माल्या के 70वें जन्मदिन का बताया जा रहा है. वीडियो में दोनों खुद को मजाकिया अंदाज में भारत के दो सबसे बड़े भगोड़े बताते नजर आते हैं. ललित मोदी को यह कहते सुना गया कि हम भारत के दो भगोड़े हैं, सबसे बड़े भगोड़े.
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बताते चलें कि इस वीडियो के सामने आने के बाद देश में आक्रोश और सवाल दोनों तेज हो गए हैं. आम लोगों का कहना है कि एक तरफ सरकार इन्हें वापस लाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ ये लोग विदेश में खुलेआम जश्न मनाते दिख रहे हैं. अब सबकी नजर सरकार की अगली कार्रवाई और प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर टिकी है, जिससे यह साफ हो सके कि कानून से भागने वालों की राह कितनी कठिन होने वाली है.
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