ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने देखी 'मेड इन इंडिया' हथियारों की धमक, भारतीय डिफेंस स्टॉक्स में 12% तक की जबरदस्त तेजी
'ऑपरेशन सिंदूर' पर सोमवार को भारतीय सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और उन्होंने पाकिस्तान का डटकर मुकाबला किया है. एक और खास बात स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली-आकाश सिस्टम का शानदार प्रदर्शन रहा. पिछले एक दशक में भारत सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण ही इतना मजबूत वायु रक्षा वातावरण तैयार करना और संचालित करना संभव हो सका.

'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पूरी दुनिया ने भारत के डिफेंस उपकरणों की ताकत और क्षमता देखी, जिसके बाद अब निवेशक भी भारतीय डिफेंस शेयरों पर जमकर दांव लगा रहे हैं. इसके चलते मंगलवार को ज्यादातर डिफेंस शेयरों में जोरदार रैली देखने को मिली.
'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद 12 प्रतिशत तक उछले डिफेंस शेयर
बढ़ने वाले डिफेंस शेयरों में भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) शीर्ष पर रहा. दिन के अंत में बीडीएल 11.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,750 रुपए पर बंद हुआ.
बीते एक वर्ष में बीडीएल के शेयर में दर्ज की गई यह सबसे बड़ी तेजी है
बीडीएल आकाश मिसाइल सिस्टम बनाने वाली कंपनी है, जिसका इस्तेमाल 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ किया गया.
इसके अलावा अन्य डिफेंस कंपनियों जैसे गार्डन रीच शिपबिल्डर्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, कोचीन शिपयार्ड और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर में भी तेजी देखी गई.
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स का शेयर 5.21 प्रतिशत, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर 4.06 प्रतिशत, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का शेयर 3.81 प्रतिशत, कोचीन शिपयार्ड का शेयर 3.82 प्रतिशत और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का शेयर 3.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ.
दुनिया ने देखी 'मेड इन इंडिया' हथियारों की ताकत
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सोमवार को भारतीय सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल एके भारती ने कहा, "हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और उन्होंने पाकिस्तान का डटकर मुकाबला किया है. एक और खास बात स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली-आकाश सिस्टम का शानदार प्रदर्शन रहा. पिछले एक दशक में भारत सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण ही इतना मजबूत वायु रक्षा वातावरण तैयार करना और संचालित करना संभव हो सका."
भारती ने आगे कहा, "पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानवरहित युद्धक हवाई वाहनों की कई लहरों को स्वदेशी रूप से विकसित सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस सिस्टम और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायु रक्षा कर्मियों ने नाकाम कर दिया. हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को न्यूनतम रखा, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार हमले कर रही थी. आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है, जिसमें लो लेवल फायरिंग, सरफेस टू एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल हैं. हम पर ड्रोन और यूएवी से हमला किया गया. पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एकसाथ सक्रिय हुए. मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था. पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया."