ग्रीन इंडिया की दिशा में भारतीय रेलवे का ऐतिहासिक योगदान : पीएम मोदी
भारतीय रेलवे अब केवल यात्रा और मालवहन तक सीमित नहीं रही है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था को डीकार्बोनाइज करने का एक मजबूत जरिया बन चुकी है। यह न केवल उत्सर्जन कम करने में योगदान दे रही है, बल्कि क्लीन एनर्जी पर आधारित भविष्य की नींव भी रख रही है.
Follow Us:
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यह बताया कि कैसे भारतीय रेलवे देश को पर्यावरण के प्रति जागरूक और स्थायी विकास की दिशा में आगे बढ़ा रही है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक आर्टिकल साझा करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे न सिर्फ लोगों के सफर का माध्यम है, बल्कि भारत के "ग्रीन फ्यूचर" का भी एक अहम हिस्सा बन चुका है. उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे के तेज़ी से हो रहे विद्युतीकरण और स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने से यह नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है.
ट्रेन से यात्रा करना है ग्रीन भारत का चुनाव
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने आर्टिकल में कहा कि जब भी कोई यात्री सड़क, हवाई या अन्य साधनों की बजाय ट्रेन से यात्रा करता है, तो वह सिर्फ सुविधा नहीं बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है. उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 700 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भारतीय रेलवे में यात्रा की – यह न केवल भारत की जीवन रेखा है, बल्कि एक स्वच्छ और हरित भविष्य का वादा भी है.
2030 नहीं, 2025 तक ही नेट ज़ीरो का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय रेलवे को 2030 तक "नेट जीरो" उत्सर्जन का लक्ष्य दिया था. लेकिन रेल मंत्री वैष्णव के अनुसार, वर्तमान गति और बदलावों को देखते हुए रेलवे यह लक्ष्य 2025 तक ही प्राप्त कर सकती है. इसका मुख्य कारण है – विद्युतीकरण की तेज़ रफ्तार और सड़क से रेल की ओर भारी मात्रा में मालवहन का स्थानांतरण.
विद्युतीकरण की ऐतिहासिक गति
रेल मंत्री ने बताया कि आजादी के बाद से लेकर 2014 तक यानी करीब 60 वर्षों में भारतीय रेलवे ने लगभग 21,000 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया था. लेकिन पिछले 11 वर्षों (2014 से 2025 तक) में ही 47,000 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है. यह रिकॉर्ड उपलब्धि भारत को एक पर्यावरण-अनुकूल रेल नेटवर्क की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा रही है. आज देश का 99% ब्रॉड गेज नेटवर्क विद्युतीकृत हो चुका है.
रेलवे में बढ़ रहा है ग्रीन एनर्जी का उपयोग
भारतीय रेलवे न केवल ट्रेनों को विद्युतीकृत कर रही है, बल्कि स्टेशनों, फैक्ट्रियों और वर्कशॉप्स में भी तेजी से ग्रीन एनर्जी यानी सौर और पवन ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ा रही है. इसके लिए विभिन्न राज्यों के साथ सहयोग कर ज्यादा से ज्यादा हरित ऊर्जा हासिल करने पर काम किया जा रहा है. ये सारे कदम भारत को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा निर्धारित पंचामृत लक्ष्यों के तहत 2070 तक "नेट जीरो" देश बनाने में मदद करेंगे.
रेलवे नहीं सिर्फ सफर का साधन, बल्कि पर्यावरण का संरक्षक भी
भारतीय रेलवे अब केवल यात्रा और मालवहन तक सीमित नहीं रही है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था को डीकार्बोनाइज करने का एक मजबूत जरिया बन चुकी है। यह न केवल उत्सर्जन कम करने में योगदान दे रही है, बल्कि क्लीन एनर्जी पर आधारित भविष्य की नींव भी रख रही है.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement