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अब नहाते समय रहना होगा सावधान! एक गलती साबित हो सकती जानलेवा, मस्तिष्क खाने वाले अमीबा से हुई 17 लोगों की मौत

स्वीमिंग पूल, नदी, नहर में नहाते समय लोगों को रहना होगा सावधान. पानी में रहने वाला एक खतरनाक परजीवी ले सकता है आपकी जान. अब तक इसने 17 लोगों की जान ले ली है और 66 लोग इस ख़तरनाक बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं.

18 Sep, 2025
( Updated: 18 Sep, 2025
11:46 PM )
अब नहाते समय रहना होगा सावधान! एक गलती साबित हो सकती जानलेवा, मस्तिष्क खाने वाले अमीबा से हुई 17 लोगों की मौत

अगर आप स्वीमिंग पूल, नदी, नहर या तालाब में तैरने जाते हैं, तो सतर्क हो जाएं. पानी में रहने वाला एक बेहद खतरनाक परजीवी लोगों की जान ले रहा है. यह नंगी आंखों से दिखाई नहीं देता लेकिन शरीर में प्रवेश कर सीधे दिमाग को नुकसान पहुंचाता है. डॉक्टरों के मुताबिक यह संक्रमण ‘प्राइमरी अमीबिक मेनिन्जोएन्सेफलाइटिस (PAM)’ नामक बीमारी को जन्म देता है.

अमीबा ने ली 17 की मौत

केरल स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक इस अमीबा से 66 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 17 की मौत हो गई है. शुरुआती दिनों में केवल 2 मामलों की पुष्टि हुई थी, लेकिन हाल ही में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. चिंताजनक बात यह है कि एक 3 महीने का बच्चा भी इसकी चपेट में आया है, जबकि उसे केवल घर पर नहलाया गया था.

क्या है मौत का कारण

विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी के पीछे ‘नेगलेरिया फाउलेरी’ नामक अमीबा जिम्मेदार है, जिसे आमतौर पर ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ कहा जाता है. यह दूषित ताजे पानी में पनपता है और नहाने के दौरान नाक के रास्ते शरीर में प्रवेश कर लेता है. इसके बाद यह सीधे मस्तिष्क पर हमला करता है.

कितनी घातक है यह बीमारी?

दुनियाभर में इस बीमारी की मृत्यु दर 97% मानी जाती है. यानी एक बार संक्रमित होने के बाद मरीज के बचने की संभावना बेहद कम होती है. हालांकि, राहत की बात यह है कि केरल में फिलहाल मृत्यु दर 24% दर्ज की गई है.

ये है बचाव के उपाय

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डॉक्टरों ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. खुले जलस्रोत (नदी, नहर, तालाब) में नहाते समय सतर्क रहें. स्वीमिंग पूल में जाएं तो सुनिश्चित करें कि उसमें पर्याप्त क्लोरीन डाला गया हो. नहाते समय नाक की क्लिप का इस्तेमाल करें ताकि अमीबा शरीर में प्रवेश न कर सके.

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