Akshaya Tritiya 2025: सोने की चमक फीकी, अक्षय तृतीया पर कीमतों में गिरावट
यह परंपरा भारतीय संस्कृति में गहराई से जुड़ी हुई है, जहां अक्षय तृतीया को अत्यंत शुभ माना जाता है और इस दिन बिना किसी विशेष मुहूर्त के विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार या संपत्ति क्रय जैसे कार्य किए जाते हैं.

Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष 30 अप्रैल को मनाया जा रहा है, और इसके साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्तों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बाजारों में अभूतपूर्व उत्साह भर दिया है. खासतौर पर सर्राफा बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जो सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं. यह परंपरा भारतीय संस्कृति में गहराई से जुड़ी हुई है, जहां अक्षय तृतीया को अत्यंत शुभ माना जाता है और इस दिन बिना किसी विशेष मुहूर्त के विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार या संपत्ति क्रय जैसे कार्य किए जाते हैं.
अक्षय तृतीया पर घटे सोने के दाम, 96,000 रुपए के नीचे आए दाम
अक्षय तृतीया के अवसर पर सोने की कीमतों में कमी देखने को मिली है. इस कारण 24 कैरेट सोने की कीमत फिर से 96,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के नीचे आ गई है. इंडिया बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, बुधवार को 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 322 रुपए कम होकर 95,689 रुपए हो गई है, जो कि पहले 96,011 रुपए प्रति 10 ग्राम थी. इसके अलावा, 22 कैरेट सोने की कीमत 93,390 रुपए, 20 कैरेट सोने का भाव 85,160 रुपए और 18 कैरेट सोने का रेट 77,510 रुपए है. सोने के साथ चांदी की कीमत में भी कमी देखने को मिली है. एक किलो चांदी का भाव 1,340 रुपए कम होकर 96,050 रुपए हो गया है. इससे पहले चांदी की कीमत 97,390 रुपए प्रति किलो थी। सोने की कीमतों में कमी की वजह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोरी आना है. सोना 3,322 डॉलर प्रति औंस के करीब कारोबार कर रहा है.
नोएडा ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव सुशील कुमार जैन और चेयरमैन सुधीर सिंघल का कहना है कि विवाह के सीजन और अक्षय तृतीया की शुभता के चलते ग्राहक भारी मात्रा में आभूषण बुक कर रहे हैं. खासकर वे परिवार जिनके यहां विवाह समारोह आयोजित होने हैं, वे सोने-चांदी की खरीदारी में दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं.
विवाह समारोहों से जुड़ी सेवाओं की मांग में बेतहाशा वृद्धि
सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया के मौके पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 500 से अधिक शादियां होने की संभावना है. इसके चलते बैंक्वेट हॉल्स, मैरिज लॉन, बैंड, कपड़ों की दुकानों और सजावटी सामान बेचने वालों के पास ग्राहकों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. नोएडा के प्रमुख बाजारों में लगभग सभी बैंक्वेट हॉल पहले से बुक हो चुके हैं और दुकानों में भीड़ का माहौल बना हुआ है.
सोने के कारोबार में ऐतिहासिक उछाल की उम्मीद
पिछले वर्षों के कारोबार के आंकड़े भी इस साल की आशाओं को पंख दे रहे हैं. 2022 में नोएडा में 300 करोड़ रुपये का सोने का कारोबार हुआ था, जो 2023 में 360 करोड़ और 2024 में 450 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इस वर्ष अक्षय तृतीया पर यह आंकड़ा 650 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. यह वृद्धि सिर्फ ग्राहकों की संख्या में नहीं, बल्कि उनके विश्वास और परंपरा के प्रति सम्मान को भी दर्शाती है.
वाहनों की बिक्री में भी दिख रहा शुभता का असर
अक्षय तृतीया को वाहन खरीदने के लिए भी शुभ माना जाता है. पिछले वर्षों में जैसे 2022 में 213 और 2024 में 512 वाहनों की बिक्री दर्ज की गई थी, वैसे ही इस वर्ष भी वाहन डीलरों को 500 से अधिक बिक्री की उम्मीद है. इससे स्पष्ट है कि लोग परंपरा और आधुनिकता को संतुलित करते हुए इस दिन को यादगार बना रहे हैं.
धार्मिक मान्यता: क्यों खास है अक्षय तृतीया?
"अक्षय" शब्द का अर्थ होता है – जो कभी समाप्त न हो. यह दिन सतयुग और त्रेतायुग के प्रारंभ, तथा द्वापर युग के अंत का प्रतीक माना जाता है. इसी कारण इसे ‘युगादि तिथि’ भी कहा जाता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए पुण्य कार्यों और दान का फल कभी समाप्त नहीं होता. यही कारण है कि लोग इस दिन सोना, भूमि, वाहन आदि खरीदने को शुभ मानते हैं और बड़े सौदों को इसी दिन अंतिम रूप देते हैं.
अक्षय तृतीया 2025 का यह पर्व केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं रह गया है, बल्कि यह बाजारों और व्यापारियों के लिए एक सुनहरा अवसर भी बन चुका है. चाहे वह सर्राफा बाजार हो, विवाह से जुड़ी सेवाएं हों या वाहन उद्योग—हर क्षेत्र में इस दिन की शुभता का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा की रौनक यह दर्शाती है कि परंपरा और आर्थिक गतिविधियां किस प्रकार साथ-साथ चल सकती हैं.