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गलत हैं लाइफटाइम गोल्डन वीजा की रिपोर्ट्स, यूएई सरकार ने किया खंडन

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि यूएई ने "नामांकन आधारित" नया गोल्डन वीज़ा प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें प्रॉपर्टी निवेश की अनिवार्यता के बिना केवल एकमुश्त राशि अदा कर गोल्डन वीज़ा हासिल किया जा सकता है. ICP ने स्पष्ट किया है कि इस तरह का कोई भी कार्यक्रम न तो घोषित किया गया है और न ही यह यूएई की आधिकारिक नीतियों का हिस्सा है.

09 Jul, 2025
( Updated: 09 Jul, 2025
04:51 PM )
गलत हैं लाइफटाइम गोल्डन वीजा की रिपोर्ट्स, यूएई सरकार ने किया खंडन

UAE Golden Visa: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की फेडरल अथॉरिटी फॉर आइडेंटिटी, सिटीजनशिप, कस्टम्स और पोर्ट सिक्योरिटी (ICP) ने हाल ही में गोल्डन वीज़ा को लेकर फैली कुछ भ्रामक खबरों पर सख्त प्रतिक्रिया दी है. कई भारतीय और विदेशी मीडिया संस्थानों द्वारा यह दावा किया गया था कि यूएई कुछ चुनिंदा देशों के नागरिकों को आजीवन गोल्डन वीज़ा दे रहा है, वह भी एक निश्चित राशि के भुगतान पर इस दावे को अब ICP ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है.

गोल्डन वीज़ा आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह आधिकारिक चैनलों के ज़रिए

आईसीपी ने स्पष्ट किया कि यूएई का गोल्डन वीज़ा सिस्टम पूरी तरह से एक पारदर्शी और नियमबद्ध प्रक्रिया के तहत संचालित होता है. किसी भी आंतरिक या बाहरी सलाहकार निकाय को आवेदन प्रक्रिया में “अप्रूव्ड पार्टी” नहीं माना जाता है. इसका मतलब है कि आवेदन केवल आधिकारिक सरकारी चैनलों जैसे ICP की वेबसाइट या स्मार्ट एप्लिकेशन के ज़रिए ही स्वीकार किए जाते हैं.

संस्था ने जोर देकर कहा कि गोल्डन वीज़ा की श्रेणियां, उनकी पात्रता की शर्तें और प्रबंधन यूएई के कानूनों, आधिकारिक नियमों और मंत्रिस्तरीय फैसलों के तहत ही निर्धारित होते हैं. इस संबंध में किसी बाहरी संस्था की ओर से दी जा रही जानकारी भरोसेमंद नहीं मानी जानी चाहिए.

गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

आईसीपी ने चेतावनी दी है कि कुछ संस्थाएं लोगों से धन वसूलने के उद्देश्य से जानबूझकर गलत जानकारी फैला रही हैं. ये संस्थाएं यह भ्रम फैला रही हैं कि एक निश्चित राशि (लगभग 1,00,000 AED या करीब 23.3 लाख रुपये) चुकाकर विदेशी नागरिक आजीवन यूएई में रह सकते हैं, जबकि न तो यह योजना अस्तित्व में है और न ही इसे किसी अधिकृत सरकारी स्रोत से मान्यता प्राप्त है.

आईसीपी ने कहा कि इस तरह की अफवाहें उन लोगों को गुमराह करती हैं जो संयुक्त अरब अमीरात में रहने या स्थायी निवास के इच्छुक हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी संस्थाओं के खिलाफ कानूनन कार्रवाई की जाएगी जो फर्जी वादों के ज़रिए लोगों से पैसे लेने की कोशिश कर रही हैं.

आईसीपी की अपील: केवल आधिकारिक प्लेटफॉर्म से लें जानकारी

संस्था ने सभी निवास इच्छुक लोगों से अपील की है कि वे गोल्डन वीज़ा या किसी भी प्रकार के वीज़ा से जुड़ी जानकारी केवल यूएई सरकार के आधिकारिक डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे ICP की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से ही प्राप्त करें. इसी के साथ उन्होंने भरोसा दिलाया कि यूएई सरकार नागरिकों और निवासियों को एक सुरक्षित, पारदर्शी और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है.

नया गोल्डन वीज़ा नामांकन कार्यक्रम

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि यूएई ने "नामांकन आधारित" नया गोल्डन वीज़ा प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें प्रॉपर्टी निवेश की अनिवार्यता के बिना केवल एकमुश्त राशि अदा कर गोल्डन वीज़ा हासिल किया जा सकता है. ICP ने स्पष्ट किया है कि इस तरह का कोई भी कार्यक्रम न तो घोषित किया गया है और न ही यह यूएई की आधिकारिक नीतियों का हिस्सा है.

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