सरकार ने जारी की चेतावनी: फर्जी ट्रेडिंग ऐप से दूर रहें,ऐसे करें पहचान
डिजिटल जमाने में सुविधा के साथ-साथ खतरे भी मौजूद हैं. इसलिए किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी वैधता जांचना ज़रूरी है. ऐप के डेवलपर का नाम, रेटिंग, रिव्यू और डाउनलोड्स जैसी चीजें गौर से देखिए. और सबसे जरूरी अपने डेटा की सुरक्षा आपके ही हाथ में है.
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Online Scammers: आजकल ऑनलाइन स्कैमर्स इतने शातिर हो गए हैं कि वे असली ट्रेडिंग ऐप्स की हूबहू कॉपी बना लेते हैं, ताकि यूज़र्स को धोखा दिया जा सके. ऐसा ही एक मामला 5pit Trade नाम के फर्जी ऐप का सामने आया है, जिसका डिज़ाइन 5paisa जैसे पॉपुलर ट्रेडिंग ऐप से इतना मिलता-जुलता है कि लोग आसानी से भ्रमित हो सकते हैं. लोग जब इस तरह के नकली ऐप्स को असली समझकर डाउनलोड करते हैं, तो अनजाने में वे अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेते हैं. अपनी बैंक डिटेल्स और व्यक्तिगत जानकारी खुद ही स्कैमर्स को सौंप देते हैं.
ऐप डाउनलोड करते ही शुरू हो जाता है खतरा
जब कोई यूज़र 5pit Trade जैसे नकली ऐप को डाउनलोड करता है और उसमें अपना अकाउंट बनाता है, तो वह अपनी सभी जरूरी जानकारियां जैसे मोबाइल नंबर, ईमेल, बैंक डिटेल्स, आधार या पैन जैसी पहचान संबंधी जानकारी स्कैमर्स को दे बैठता है. स्कैमर्स इन डिटेल्स का इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट तक पहुंचने की कोशिश करते हैं और आपके पैसों पर हाथ साफ कर सकते हैं. इस तरह के ऐप्स आमतौर पर प्रोफेशनल इंटरफेस और लोगो का इस्तेमाल करते हैं ताकि यूज़र को लगे कि यह ऐप पूरी तरह भरोसेमंद है.
अगर आपने भी किया है डाउनलोड, तो तुरंत उठाएं ये कदम
अगर गलती से आपने भी 5pit Trade या ऐसे किसी अन्य संदिग्ध ऐप को अपने फोन में इंस्टॉल कर लिया है, तो सबसे पहले उसे तुरंत डिलीट करें. लेकिन डिलीट करने से पहले उसमें दी गई अपनी सभी संवेदनशील जानकारियों को हटाना न भूलें, जैसे बैंक अकाउंट नंबर, कार्ड डिटेल्स या लॉगिन आईडी-पासवर्ड. इसके अलावा, अपने बैंक को भी सतर्क करें और जरूरत पड़ने पर पासवर्ड या पिन बदल लें.
साइबर दोस्त की चेतावनी और सरकारी सतर्कता
भारत सरकार की ओर से साइबर सुरक्षा को लेकर लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है. Cyber Dost (भारत सरकार की साइबर सुरक्षा शाखा) ने भी अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर 5pit Trade ऐप से जुड़ी चेतावनी पोस्ट की है. उस पोस्ट में इस फर्जी ऐप की स्क्रीनशॉट भी साझा की गई है, जिसमें Apple App Store का लोगो भी शामिल था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह स्कैमर्स की योजना कितनी सोच-समझकर बनाई गई थी ,या तो ऐप वाकई स्टोर पर मौजूद था, या फिर उसे वहां उपलब्ध दिखाने की कोशिश की गई.
संदिग्ध ऐप दिखे तो तुरंत करें रिपोर्ट
अगर आपको कोई ऐसा ऐप दिखाई दे, जो किसी लोकप्रिय ब्रांड या ऐप की नकल कर रहा हो, या फिर उसमें संदिग्ध गतिविधियां दिखाई दें, तो उसे नजरअंदाज ना करें। तुरंत cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें या ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर "Report" फीचर के जरिए भी जानकारी दें. सरकार इन मामलों में कड़ी कार्रवाई कर रही है और यूज़र्स को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया, न्यूज़ पोर्टल और साइबर टीम्स के ज़रिए लगातार प्रयास हो रहे हैं.
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डिजिटल जमाने में सुविधा के साथ-साथ खतरे भी मौजूद हैं. इसलिए किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी वैधता जांचना ज़रूरी है. ऐप के डेवलपर का नाम, रेटिंग, रिव्यू और डाउनलोड्स जैसी चीजें गौर से देखिए. और सबसे जरूरी अपने डेटा की सुरक्षा आपके ही हाथ में है.
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