ट्रंप के टैरिफ़ ‘अटैक’ के बीच जयशंकर ने दिया तगड़ा जवाब !
भारत पर भी पिछले दिनों ट्रंप ने दबाव बनाने की कोशिश की कैसे भारत सबसे ज़्यादा टैरिफ़ लगाता है…इसी बीच ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ़ की धमकी दी…और कहा कि जैसे अमेरिका पर टैरिफ़ लगेगा बदले में वो भी उतना ही टैरिफ उनके प्रोडक्टस पर लगाएंगे…लेकिन इस धमकी पर भारत ने पहले ही अपना रुक साफ़ कर दिया था…केंद्र सरकार ने बार-बार दोहराया है कि भारत के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी

अमेरिका में ट्रंप के आने के बाद से लगातार दुनियाभर में हलचल है। दुनिया के कई देश टैरिफ वॉर में फंस गए हैं। भारत पर भी पिछले दिनों ट्रंप ने दबाव बनाने की कोशिश की कैसे भारत सबसे ज़्यादा टैरिफ़ लगाता है। इसी बीच ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ़ की धमकी दी। और कहा कि जैसे अमेरिका पर टैरिफ़ लगेगा बदले में वो भी उतना ही टैरिफ उनके प्रोडक्टस पर लगाएंगे।लेकिन इस धमकी पर भारत ने पहले ही अपना रुक साफ़ कर दिया था।केंद्र सरकार ने बार-बार दोहराया है कि भारत के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है।अब इस पर बोलते हुए अपनी कूटनीतिक ताक़त से भारत के हितों को अंतराष्ट्रीय मंचों पर सबके सामने रखने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात को दोहराया और ट्रेड एग्रीमेंट्स पर बातचीत करते हुए कहा ।
"वर्तमान अनिश्चित और अस्थिर दुनिया में, यह आवश्यक है कि हम ऐसे प्रयासों के मूल्य को समझें. हमें उनकी लागत और लाभ का सावधानी से आकलन करना होगा साथ ही एक्शन वर्सेज इनैक्शन की कीमत का भी आकलन करना होगा। भारत हमेशा 'इंडिया फर्स्ट' की नीति का पालन करेगा "
अमेरिका के टैरिफ वॉर छेड़ने के पीछे जैसे ट्रंप ने अमेरिका पहले वाली नीति को रखा ठीक वैसे ही भारत ने भी अपनी प्राथमिकता को बताया। जयशंकर के इस बात को दोहराने के बाद एक बार फिर से साबित हुआ की भारत पर आज के समय में किसी भी तरह का दबाव नहीं बनाया जा सकता।हालांकि भारत अब इन पहलुओं पर अमेरिका से बात कर रहा है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 अप्रैल से कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो अमेरिका से आयात पर ज़्यादा टैरिफ़ लगाते हैं।उन्होंने 19 मार्च को एक बयान में कहा था,
"भारत के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे धीरे-धीरे अमेरिकी आयात पर अपना टैरिफ भी घटाएंगे भारत ने अमेरिका पर बहुत अधिक टैरिफ लगाए हैं, इसलिए वह रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की अपनी घोषणा पर कायम है"
अब भारत की कूटनीतिक ताक़त का लोहा आज पूरी दुनिया में माना जा रहा है।दुनिया इस बात को समझ रही है कि भारत अब एक नए रूप कलेवर में आगे बढ़ रहा है।ट्रंप अमेरिका हित की बात करते हैं तो भारत ने भी ये बताया है कि उनके साथ बातचीत हो रही है लेकिन इनके दबाव को नहीं झेला जाएगा आज कनाडा, चीन भी अमेरिका के इस फ़ैसले के विरोध में है लेकिन भारत अपने तरीक़े इस मामले को निपटा रहा है।