राम दरबार की 3 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ये पास नहीं होंगे मान्य, दर्शन से पहले इन नियमों का रखें ध्यान
राम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण घटना है. यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि संस्कृति, श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बन चुका है.

Ram Mandir: अयोध्या में स्थित भव्य राम मंदिर एक बार फिर से पूरे विश्व के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. जहां 22 जनवरी 2024 को प्रभु रामलला को गर्भगृह में विधिवत विराजमान किया गया था, अब एक और महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत हो चुकी है. 3 जून से 5 जून 2025 तक राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें रामलला के साथ माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और भगवान हनुमान को भी विधिवत रूप से मंदिर में स्थापित किया जाएगा.
3 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत
3 जून से शुरू हुआ यह महोत्सव 5 जून तक चलेगा, जिसमें देशभर से आए वैदिक आचार्य, विद्वान, संत और श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं.इस दौरान 101 वैदिक विद्वान मंत्रोच्चारण और विधिवत पूजन के साथ राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा करवा रहे हैं. महोत्सव की शुरुआत सरयू घाट से कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें मातृ शक्तियों ने भाग लिया. इसके बाद, वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजन और प्राण प्रतिष्ठा की विधियां शुरू हुईं.
दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव
इस खास अवसर को देखते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 5 जून की दर्शन व्यवस्था में कुछ बदलाव किए हैं:
1.5 जून को “विशिष्ट पास” और “सुगम दर्शन पास” मान्य नहीं होंगे.
2.आम श्रद्धालु 5 जून को राम मंदिर परिसर में सामान्य दर्शन के लिए भी प्रवेश नहीं कर पाएंगे.
3.ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि 5 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम दरबार की स्थापना करेंगे और इस दौरान अति विशिष्ट मेहमानों की मौजूदगी रहेगी.
घर बैठे देख सकेंगे पूरा कार्यक्रम
1.अगर आप अयोध्या नहीं आ पा रहे हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं. इस 3 दिवसीय महोत्सव का सीधा प्रसारण (Live Telecast) टीवी चैनलों और विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से किया जा रहा है.
2.घर बैठे आप पूजन, प्रतिष्ठा और भव्य समारोह के साक्षी बन सकते हैं.
निर्माण कार्य और भविष्य की योजनाएं
1.इस समय राम मंदिर के शिखर को स्वर्ण मंडित (सोने से ढंकने) का कार्य तेजी से चल रहा है.
2.जुलाई 2025 के अंत तक राम मंदिर के मुख्य शिखर और परकोटे में बने 21 छोटे मंदिरों के शिखरों पर भी सोने की परत चढ़ा दी जाएगी.
3.राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो जाने के बाद आम भक्तों को मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के दर्शन के लिए कुछ समय और इंतजार करना पड़ सकता है, जब तक सभी कार्य पूरे नहीं हो जाते.
अगर अयोध्या जा रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान
1.5 जून को मंदिर में विशेष सुरक्षा और सीमित प्रवेश रहेगा.
2.बिना दर्शन पास के मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा.
3.ट्रस्ट द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य होगा.
4.बेहतर होगा कि इस दिन के लिए ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से दर्शन करें.
राम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण घटना है. यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि संस्कृति, श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बन चुका है. अगर आप अयोध्या नहीं जा सकते, तो भी इस कार्यक्रम से जुड़ने के कई डिजिटल विकल्प हैं. और अगर आप वहां मौजूद रहेंगे, तो यह अनुभव जीवनभर की स्मृति बन सकता है.