हर जाति की लड़कियों का रेट था फिक्स, वकील लड़ता केस, NGO करती फंडिंग...यूपी में धर्मांतरण का पूर नेटवर्क चलाने वाला जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा है कौन?
लखनऊ में 12 लोगों की घर वापसी कराई गई. इन्हें इस्लाम से हिंदू धर्म में वापस लाया गया. आरोप है कि इन लोगों को जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने लालच देकर फंसाया और फिर धर्म परिवर्तन करवाया, जिसकी तलाश में अब यूपी ATS की टीम जुट गई है. इतना ही नहीं हर जाति के लोगों और महिलाओं के धर्म परिवर्तण को लेकर रेट फिक्स था. पूरी कहानी जानकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे.

किसी को लव जिहाद में फंसाया तो किसी को पैसों का लालच दिखाया, कुछ को विदेशों में नौकरी का झांसा दिलाया और इस तरह जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने एक दो नहीं 12 लोगों के धर्म की बलि चढ़ा दी. अब इसके पीछे योगी की पुलिस पूरी शिद्दत से पड़ी है. सीएम योगी के राज में जमालुद्दीन ने ऐसी साज़िश रची कि सिर्फ पूरा सिस्टम हिल गया, पुलिस प्रशासन भी दंग रह गया. बड़ा सवाल ये है कि आखिर इसने किया क्या और इस जमालुद्दीन के कारनामे का खुलासा हुआ कैसे हुआ? आखिर कैसे इतनी बड़ी साज़िश पकड़ी गई?
दरअसल कहानी की शुरूआत तब होती है जब उत्तर प्रदेश के दिल राजधानी लखनऊ में मंत्र जाप की जोरों-शोरों से आवाज़ गूंजती है. जाप करते हुए 12 लोग हिंदू संगठनों की मौजूदगी में इस्लाम छोड़कर दोबारा हिंदू धर्म में घर वापसी करते है.‘घर वापसी’ की इस तस्वीर के पीछे की कहानी जब सामने आई तो ये सिर्फ एक सामाजिक फैसला नहीं था बल्कि धर्मांतरण के सबसे बड़े रैकेट का पर्दाफाश था. इन सब कहानियों और साजिशों के बीच एक नाम तांत्रिक छांगुर बाबा का सामने आया, जो असल में बन चुका था जमालुद्दीन और चला रहा था धर्म परिवर्तन का एक ऐसा नेक्सस, जिसके तार विदेशों से फंडिंग, ATS की निगरानी और गरीबों को मज़हब बदलने तक फैले थे.
एक महिला बोली अपनी कहानी बताते हुए कहा कि मुझे नौकरी का झांसा देकर पहले निकाह कराया, फिर मजहब बदलवाया गया. वहीं दूसरी ने कहा कि लव जिहाद में फंसाकर मुझे इस्लाम कुबूलने पर मजबूर किया गया.
सबके नाम अलग, लेकिन दर्द एक; साज़िश का सिरा हर बार छांगुर बाबा तक ही जाता था. ध्यान दीजिए ये कोई हालिया घटना नहीं बल्कि 24 नवंबर 2024 को ATS थाने में दर्ज हुई FIR को लेकर है जिसमें सामने आया कि छांगुर बाबा का असली नाम है जमालुद्दीन. वो सिर्फ खुद इस्लाम कबूल नहीं कर चुका था बल्कि उसने अपने करीबी नवीन रोहरा और पूरे परिवार का धर्मांतरण करवाया था ताकि उस पर कोई शक न हो. ATS की चार्जशीट के मुताबिक ये सिर्फ एक आदमी नहीं, बल्कि पूरा मज़हबी मॉड्यूल चला रहा था जिसमें शामिल थे वकील, मौलवी, दलाल, प्रेम जाल में फंसाने वाले लड़के, फर्जी NGO और फंडिंग एजेंट्स तक. सबसे चौंकाने वाला खुलासा था कि जातियों के हिसाब से धर्मांतरण की कीमत लगाई जाती थी.
किस धर्म की कितनी थी धर्मांतरण की कीमत?
ब्राह्मण, क्षत्रिय और सिख लड़कियों के धर्म परिवर्तन पर – ₹15 से 16 लाख
OBC वर्ग की महिला – ₹10 से 12 लाख
अन्य जाति की – ₹8 से 10 लाख
यानी कि ये धर्म नहीं, एक मार्केटिंग स्कीम थी. मजबूरी, मोहब्बत और मोहलत के नाम पर मज़हब बेचा जा रहा था. अब योगी की पुलिस ने हंटर चलाया है. ज़ांच को आगे बढ़ाया गया है और ATS ने तुरंत जमालुद्दीन के बेटे महबूब और उसके करीबी साथी नवीन रोहरा को गिरफ्तार किया. लेकिन इन ठिकानों पर छांगुर बाबा नहीं मिला. वो रेड से पहले ही अंडरग्राउंड हो चुका था. अब उस पर देशभर में लुकआउट नोटिस जारी हो चुका है.
पुलिस, ATS टीम पूरी शिद्दत से धर्म के सौदागारों की तलाश में जुट गई है. वहीं दूसरी तरफ़ पीड़ितों की गवाही पुलिस के होश उड़ा रही है. क्योंकि उनकी जुबान पर कांपते शब्द हैं. लेकिन हिम्मत पूरी है उसी वजह से उन्हीं लबों ने छांगुर बाबा की काली दुनिया का राज़ खोला.
ऐसी ही कुछ पीड़ितों की आपबीती सुनें तो-
मांडवी शर्मा ने कहा कि मुझसे कहा गया कि शादी के बाद तेरा नाम बदल दिया जाएगा अब तू मुस्कान है. एलेना शर्मा ने खुलासा किया मुझसे कहा गया कि इस्लाम कबूल करोगी तो विदेश भेज देंगे, पैसा भी मिलेगा वहीं सोनू रानी ने कहा कि बाबा खुद तंत्र करता था, झाड़-फूंक के नाम पर लड़कियों को फंसाता और फिर मौलवियों से मिलाकर धर्म बदलवाता.
इन बयानों ने साफ कर दिया कि लव जिहाद, बेरोजगारी का फायदा, नौकरी और विदेश भेजने का झांसा, ये सब सिर्फ जाल थे और जाल का जालिम था छांगुर बाबा. ATS की रिपोर्ट बताती है कि बाबा के पास से फर्जी पासपोर्ट, दो देशों की करेंसी, NGO के कागज़, और धर्मांतरण की स्क्रिप्ट मिली है. इतना ही नहीं बाबा कई बार विदेशी फंडिंग का हिसाब किताब व्हाट्सएप कॉल्स में करता था.
अब ATS की पांच टीमें UP, MP, दिल्ली और नेपाल बॉर्डर तक बाबा की तलाश में तैनात हैं. बाबा को कहीं ज़मीन निगल गई है या कोई सियासी हाथ उसे बचा रहा है, ये सवाल भी बना हुआ है लेकिन बाबा ने सीएम योगी के यूपी में काले अपराध को अंजाम दिया है तो ऐसे में सुरंग से भी खोदकर निकाल लिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस पूरे मामले को राज्य की संप्रभुता से खिलवाड़ मान रही है. मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर धर्मांतरण का धंधा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. ATS ने अब इस केस को UAPA और विदेशी फंडिंग कानूनों के तहत ले लिया है. SC-ST एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि कई पीड़ित महिलाएं अनुसूचित वर्ग से थीं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि बाबा नेपाल या बांग्लादेश भागने की फिराक में था, लेकिन अब उसकी डिजिटल लोकेशन ट्रेस की जा रही है. जल्द ये बाबा सलाखों के पीछे होगा क्योंकि सीएम योगी धर्मांतरण के खिलाफ इतने सख्त हैं कि उन्होंने इसे सख़्त अपराध घोषित कर दिया है.