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PF से बार-बार पैसा निकालने के हैं कई नुकसान, रिटायरमेंट की जमा पूंजी पर पड़ सकता है असर – जानिए कैसे

PF एक दीर्घकालिक निवेश है, जिसका उद्देश्य है रिटायरमेंट के समय आपकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना. अगर आप बार-बार इसे निकालते रहेंगे तो वह सुरक्षा कमजोर हो जाएगी.जरूरत के समय PF निकालना गलत नहीं है, लेकिन यह आदत ना बन जाए, इसका ध्यान रखना जरूरी है.

23 May, 2025
( Updated: 23 May, 2025
12:14 PM )
PF से बार-बार पैसा निकालने के हैं कई नुकसान, रिटायरमेंट की जमा पूंजी पर पड़ सकता है असर – जानिए कैसे
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Provident Fund (PF) यानी भविष्य निधि एक ऐसा बचत फंड है जो आपके रिटायरमेंट के समय आर्थिक सुरक्षा देता है. नौकरीपेशा लोगों के लिए PF एक जरूरी बचत योजना है जिसमें हर महीने एक तय राशि आपके वेतन से कटती है और उतनी ही राशि नियोक्ता भी जमा करता है. लेकिन कई बार लोगों को जरूरत के समय PF से पैसा निकालना पड़ता है – चाहे वह घर खरीदने के लिए हो, मेडिकल इमरजेंसी हो या बच्चों की पढ़ाई के लिए. हालांकि, बार-बार PF से पैसा निकालना आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग को प्रभावित कर सकता है.

बार-बार PF निकालने के नुकसान

PF खाते से बार-बार पैसा निकालना एक आदत बन सकती है, जिससे आपकी लंबी अवधि की बचत में कमी आती है। नीचे कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं जो यह समझाते हैं कि ऐसा करना क्यों नुकसानदेह हो सकता है:

ब्याज कमाना रुक जाता है: जब आप PF से पैसा निकालते हैं, तो उस निकाली गई राशि पर आगे ब्याज नहीं मिलता. इससे आपकी कुल जमा राशि में गिरावट आती है.

कंपाउंडिंग का असर घटता है: PF में मिलने वाला ब्याज कंपाउंड होता है यानी ब्याज पर ब्याज मिलता है। जब आप बार-बार पैसा निकालते हैं, तो कंपाउंडिंग का फायदा कम हो जाता है.

रिटायरमेंट के समय राशि कम मिलेगी: PF का मुख्य उद्देश्य है रिटायरमेंट के बाद आपकी आर्थिक मदद करना.अगर आपने बार-बार इसमें से पैसे निकाले हैं, तो रिटायरमेंट के समय आपके पास जरूरी फंड नहीं होगा और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है.

आर्थिक अनुशासन टूटता है: PF निकालने की आदत आर्थिक अनुशासन को भी प्रभावित करती है. जब भी कोई जरूरत होती है, हम PF पर निर्भर हो जाते हैं, जबकि बेहतर होगा कि हम अलग से आपातकालीन फंड बनाएं.

किन मामलों में PF से पैसा निकालना उचित है?

हालांकि PF से पैसे निकालने की अनुमति कुछ विशेष परिस्थितियों में दी गई है, जैसे:

1. घर खरीदने या निर्माण के लिए

2. गंभीर बीमारी के इलाज के लिए

3. बच्चों की शादी या उच्च शिक्षा के लिए

4. नौकरी छूटने की स्थिति में

5. रिटायरमेंट से कुछ साल पहले

लेकिन इन स्थितियों में भी एक संतुलन बनाए रखना जरूरी है. अगर संभव हो, तो पहले अपनी अन्य बचत या निवेश का उपयोग करें और PF को आखिरी विकल्प रखें.

कैसे बचाएं PF को जल्दी खर्च होने से?

आपातकालीन फंड बनाएं: PF के अलावा अलग से एक इमरजेंसी फंड रखें, ताकि छोटी-मोटी जरूरतों के लिए PF का सहारा न लेना पड़े.

लक्ष्य निर्धारित करें: PF को रिटायरमेंट के लिए बचाने का लक्ष्य बनाएं और इस फंड को तभी छूएं जब और कोई विकल्प न हो.

वित्तीय प्लानिंग करें: हर साल अपने फाइनेंस का रिव्यू करें और देखें कि कहां-कहां सुधार किया जा सकता है.

PF एक दीर्घकालिक निवेश है, जिसका उद्देश्य है रिटायरमेंट के समय आपकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना. अगर आप बार-बार इसे निकालते रहेंगे तो वह सुरक्षा कमजोर हो जाएगी.जरूरत के समय PF निकालना गलत नहीं है, लेकिन यह आदत ना बन जाए, इसका ध्यान रखना जरूरी है. समझदारी से प्लानिंग कर के आप अपने PF फंड को सुरक्षित और मजबूत रख सकते हैं, ताकि रिटायरमेंट के समय किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.

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