Advertisement

PM Surya Ghar Yojana: आवेदन के बाद कब तक मिलेगी सब्सिडी और इंस्टॉलेशन? जानिए सबकुछ

अगर आपने पीएम सूर्य घर योजना के तहत आवेदन किया है, तो औसतन 1 से 2 महीने के अंदर सोलर पैनल इंस्टॉल हो जाता है — बशर्ते कि सभी दस्तावेज़ सही हों और प्रक्रिया में कोई बाधा न आए.

05 Jun, 2025
( Updated: 05 Jun, 2025
04:47 PM )
PM Surya Ghar Yojana: आवेदन के बाद कब तक मिलेगी सब्सिडी और इंस्टॉलेशन? जानिए सबकुछ
google

PM Surya Ghar Yojana: प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar: Muft Bijli Yojana) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत देश के आवासीय उपभोक्ताओं को अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाने के लिए सब्सिडी दी जाती है. इस योजना का उद्देश्य है हर घर को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा से जोड़ना और बिजली का खर्च कम करना.

आवेदन कैसे किया जाता है?

इस योजना में आवेदन करने के लिए इच्छुक व्यक्ति को https://pmsuryaghar.gov.in पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद उपभोक्ता को:

1.अपने बिजली कनेक्शन की डिटेल भरनी होती है.

2.अपने डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनी) को चुनना होता है.

3.KYC और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं.

4.सोलर वेंडर चुनकर इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू करनी होती है.

आवेदन के बाद सोलर पैनल लगने में कितना समय लगता है?

आवेदन के बाद आमतौर पर 30 से 60 दिनों के अंदर सोलर पैनल इंस्टॉल हो जाता है. आइए समझते हैं हर चरण में कितना समय लग सकता है:

1. आवेदन की समीक्षा और मंजूरी (7-15 दिन)

जब आप पोर्टल पर आवेदन करते हैं, तो आपका फॉर्म स्थानीय बिजली विभाग (डिस्कॉम) के पास जाता है. वे दस्तावेज़ों की जांच करते हैं और यह तय करते हैं कि आप पात्र हैं या नहीं. इस प्रक्रिया में 1 से 2 हफ्ते का समय लग सकता है.

2. वेंडर से संपर्क और इंस्टॉलेशन (15-30 दिन)

जैसे ही आवेदन स्वीकृत हो जाता है, आप किसी अधिकृत वेंडर (Registered Vendor) को चुनते हैं। यह वेंडर आपके घर पर आकर छत का मुआयना करता है और फिर इंस्टॉलेशन का काम शुरू करता है। सोलर पैनल का इंस्टॉलेशन और सिस्टम सेटअप करने में लगभग 2 से 4 हफ्ते का समय लग सकता है।

 3. नेट मीटरिंग और डिस्कॉम की फाइनल अप्रूवल (7-15 दिन)

सोलर पैनल लगने के बाद अंतिम चरण होता है नेट मीटरिंग (जिससे आपके घर में उत्पन्न अतिरिक्त बिजली ग्रिड में वापस जा सके). इसमें डिस्कॉम की तरफ से तकनीकी जांच की जाती है और अंत में अप्रूवल मिलता है.

 किन कारणों से हो सकती है देरी?

1.अगर आपके इलाके में वेंडर उपलब्ध नहीं है या वेटिंग लिस्ट लंबी है.

2. दस्तावेज़ों में गलती होने पर डिस्कॉम से स्वीकृति में समय लग सकता है.

3. मौसम खराब होने से इंस्टॉलेशन में देरी हो सकती है.

4. किसी तकनीकी कारण (जैसे छत की मजबूती या कनेक्शन की समस्या) से इंस्टॉलेशन टल सकता है.

सब्सिडी कब मिलती है?

जब सोलर पैनल लग जाता है और डिस्कॉम फाइनल अप्रूवल दे देता है, तो सब्सिडी की राशि सीधे आवेदक के बैंक खाते में भेज दी जाती है. यह भुगतान भी आमतौर पर इंस्टॉलेशन के 15 से 30 दिनों के भीतर हो जाता है.

धैर्य और सतर्कता जरूरी है

अगर आपने पीएम सूर्य घर योजना के तहत आवेदन किया है, तो औसतन 1 से 2 महीने के अंदर सोलर पैनल इंस्टॉल हो जाता है — बशर्ते कि सभी दस्तावेज़ सही हों और प्रक्रिया में कोई बाधा न आए.

आपको सलाह दी जाती है कि:

1.पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद स्टेटस नियमित रूप से चेक करें.

2. डिस्कॉम और वेंडर से संवाद में रहें.

3. कोई तकनीकी समस्या हो तो स्थानीय सहायता केंद्र से संपर्क करें.

Advertisement
एक बहू दुनिया के साथ बिहार-यूपी को दिखा रही रास्ता। Julie Banerjee। Knowledge Mentor
Advertisement
Advertisement