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CM नीतीश कुमार के निरीक्षण के बाद पटना मेट्रो का ट्रायल अब जल्द, सितंबर तक दौड़ने लगेगी मेट्रो!

पटना मेट्रो अब सपना नहीं, हकीकत बनने के बेहद करीब है. मुख्यमंत्री से लेकर सभी जिम्मेदार विभाग पूरी गंभीरता से काम में जुटे हैं और अब जब तैयारियां अंतिम दौर में हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि सितंबर 2025 के अंत तक पटना में मेट्रो चलती नजर आएगी. मेट्रो न केवल सफर को आसान बनाएगी, बल्कि शहर के ट्रैफिक और पर्यावरण की स्थिति को भी सुधारने में मदद करेगी.

Image Credit: Metro

Patna Metro Update: पटना के लोगों को मेट्रो का लंबे समय से इंतजार था, और अब लगता है कि वह इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का स्थल निरीक्षण किया और वहां चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया. उन्होंने बैरिया में बने टर्मिनल, रेलवे ट्रैक, मेट्रो डिब्बे, यार्ड और पावर ग्रिड का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए. अब खबर आ रही है कि पटना मेट्रो का ट्रायल रन कभी भी शुरू हो सकता है, और अगर सबकुछ ठीक रहा, तो सितंबर के अंत तक मेट्रो जनता के लिए शुरू हो जाएगी.

कहां से शुरू होगा मेट्रो का पहला ट्रायल?

पटना मेट्रो का पहला ट्रायल प्रायोरिटी कॉरिडोर पर किया जाएगा, जो मलाही पकड़ी से न्यू ISBT (पटलिपुत्र बस टर्मिनल) के बीच है. यह लगभग 6 से 6.5 किलोमीटर लंबा सेक्शन पूरी तरह एलीवेटेड है और इसमें पांच स्टेशन होंगे न्यू ISBT, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड और जीरो माइल/बाईपास. इस सेक्शन का 90% से ज्यादा सिविल वर्क पूरा हो चुका है, बाकी काम भी तेजी से चल रहा है.

ट्रायल रन के दौरान क्या-क्या होगा चेक?

ट्रायल के दौरान मेट्रो की हर तकनीकी चीज की जांच की जाएगी जैसे कि ट्रैक की मजबूती, स्पीड कंट्रोल, सिग्नलिंग सिस्टम, ब्रेकिंग सिस्टम और सुरक्षा व्यवस्था. ट्रायल रन पूरी तरह सफल रहने के बाद ही मेट्रो को आम लोगों के लिए खोला जाएगा. यानी ट्रायल ही तय करेगा कि मेट्रो कितना सुरक्षित और तैयार है.

देरी क्यों हुई और अब क्या है स्थिति?

पहले यह योजना थी कि मेट्रो का ट्रायल 15 अगस्त 2025 से शुरू किया जाएगा, लेकिन डिपो और अन्य जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा नहीं हो पाया, जिस वजह से देरी हुई. हालांकि अब अधिकतर काम पूरे हो चुके हैं और मेट्रो की रेक को ट्रैक पर उतारने की पूरी तैयारी कर ली गई है. शहरी विकास मंत्री ने भी जुलाई में कहा था कि हर सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से जांच हो रही है.

कब शुरू होगी सवारी सेवा?

सरकार और PMRCL (पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का लक्ष्य है कि सितंबर के आखिर तक पटना मेट्रो की सेवा आम जनता के लिए शुरू कर दी जाए. हालांकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि ट्रायल कितना सफल होता है और नियामक एजेंसियों से मंजूरी कब मिलती है. फिलहाल मेट्रो सेवा सिर्फ प्रायोरिटी कॉरिडोर पर शुरू की जाएगी, बाकी रूट्स बाद में धीरे-धीरे खोले जाएंगे.

किन लोगों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?

मलाही पकड़ी से न्यू ISBT के बीच रोज़ाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा. इससे लोगों का समय बचेगा, ट्रैफिक से राहत मिलेगी और सड़कों पर वाहन कम होने से प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद है. शहर में भीड़भाड़ और जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए यह मेट्रो एक बड़ी राहत साबित हो सकती है.

क्या है ब्लू लाइन और आगे का प्लान?

पटना मेट्रो की ब्लू लाइन कुल 14.56 किलोमीटर लंबी होगी, जो पटना जंक्शन से न्यू ISBT तक जाएगी. इसमें से करीब 6.6 किलोमीटर हिस्सा एलीवेटेड है और बाकी का हिस्सा भूमिगत (Underground) होगा. अभी सिर्फ प्रायोरिटी कॉरिडोर को शुरू किया जा रहा है, बाकी हिस्से को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. यह भी जान लें कि पहले इसे 15 अगस्त तक शुरू करने की योजना थी, लेकिन अब इसे ट्रायल रन की स्थिति के अनुसार समायोजित किया जा रहा है.

पटना मेट्रो अब सपना नहीं, हकीकत बनने के बेहद करीब है. मुख्यमंत्री से लेकर सभी जिम्मेदार विभाग पूरी गंभीरता से काम में जुटे हैं और अब जब तैयारियां अंतिम दौर में हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि सितंबर 2025 के अंत तक पटना में मेट्रो चलती नजर आएगी. मेट्रो न केवल सफर को आसान बनाएगी, बल्कि शहर के ट्रैफिक और पर्यावरण की स्थिति को भी सुधारने में मदद करेगी.

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