8वीं में लाओ शानदार नंबर, सीधे खाते में पाओ ₹9000 की स्कॉलरशिप!
राजस्थान सरकार की यह पहल बेहद सराहनीय है. इससे न केवल श्रमिकों के बच्चों को पढ़ाई का मौका मिल रहा है, बल्कि उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिल रही है। जो छात्र 8वीं में अच्छे नंबर लाते हैं, उन्हें सरकारी इनाम और स्कॉलरशिप मिलना उनके उज्जवल भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम है.

Student Scholarship Yojana: राजस्थान सरकार ने भवन और अन्य सन्निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों के बच्चों के लिए एक बहुत ही लाभकारी योजना चलाई है. इस योजना का नाम है "निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना".इसका उद्देश्य यह है कि गरीब और मेहनतकश श्रमिकों के बच्चे शिक्षा में पीछे न रहें और उन्हें भी आगे बढ़ने का पूरा मौका मिले. अगर कोई छात्र 8वीं बोर्ड की परीक्षा अच्छे अंकों के साथ पास करता है, तो सरकार उसे नगद इनाम और सालाना स्कॉलरशिप देती है. यह पैसा सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है.
योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं, खासकर वे जिनके माता-पिता निर्माण कार्य जैसे श्रमिक का काम करते हैं, उन्हें शिक्षा में सहायता मिले. कई बार ऐसे बच्चों को पढ़ाई छोड़नी पड़ती है क्योंकि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा होता है. इस योजना के जरिए सरकार ये सुनिश्चित करना चाहती है कि ऐसे बच्चे न केवल पढ़ाई जारी रखें, बल्कि अच्छे प्रदर्शन पर उन्हें सम्मान और आर्थिक सहयोग भी मिले.
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल उन बच्चों को मिलेगा:
जिनके माता-पिता राजस्थान भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत निर्माण श्रमिक हैं.
जिन्होंने राजस्थान में 8वीं कक्षा की परीक्षा पास की हो.
जिन्होंने 8वीं कक्षा में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हों.
ध्यान देने वाली बात यह है कि श्रमिक का पंजीकरण बोर्ड में होना अनिवार्य है. इसके बिना लाभ नहीं मिलेगा.
कितना पैसा मिलेगा और कैसे?
75% से अधिक अंक लाने पर इनाम:
अगर कोई छात्र या छात्रा 8वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाता है, तो सरकार की तरफ से उसे ₹4000 का नगद इनाम दिया जाता है. यह राशि एक बार में ही दी जाती है.
सालाना स्कॉलरशिप:
इसके साथ ही छात्र को आगे की पढ़ाई जारी रखने पर हर साल ₹4000 की स्कॉलरशिप भी मिलती है. यानी जब तक वह आगे की पढ़ाई करता रहेगा, तब तक उसे हर साल यह मदद मिलती रहेगी.
छात्राओं और दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष लाभ:
राज्य सरकार ने छात्राओं और दिव्यांग छात्रों के लिए योजना में विशेष प्रावधान किया है. ऐसे छात्र-छात्राओं को हर साल ₹9000 की स्कॉलरशिप दी जाती . इसका मकसद है कि लड़कियां और दिव्यांग बच्चे भी बिना किसी रुकावट के पढ़ाई कर सकें.
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है. आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं.
ऑनलाइन आवेदन:
1. सबसे पहले राजस्थान श्रमिक कल्याण बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
2. वहां से "शिक्षा सहायता योजना" के तहत आवेदन पत्र डाउनलोड करें या ऑनलाइन भरें.
3. सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और आवेदन सबमिट करें.
ऑफलाइन आवेदन:
1. अपने नजदीकी श्रमिक सेवा केंद्र या श्रम विभाग कार्यालय में जाकर आवेदन पत्र लें.
2. फॉर्म भरें और सभी दस्तावेज लगाकर जमा कर दें.
किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?
1. छात्र का 8वीं कक्षा का अंक प्रमाण पत्र
2. निर्माण श्रमिक का पंजीकरण प्रमाण पत्र (Labour Card)
3. आधार कार्ड (बच्चे या अभिभावक का)
4. बैंक पासबुक की कॉपी (जिसमें पैसे ट्रांसफर होंगे)
5. पासपोर्ट साइज फोटो
6. अगर बच्चा दिव्यांग है तो दिव्यांग प्रमाण पत्र
पैसे कैसे मिलेंगे?
जब आपका आवेदन सही तरीके से स्वीकार हो जाएगा, तो सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कॉलरशिप और इनाम की राशि सीधे आपके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए ट्रांसफर कर दी जाएगी. इसके लिए आपको अपना सही बैंक खाता और IFSC कोड देना होगा.
यह योजना क्यों जरूरी है?
राजस्थान सरकार की यह पहल बेहद सराहनीय है. इससे न केवल श्रमिकों के बच्चों को पढ़ाई का मौका मिल रहा है, बल्कि उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिल रही है। जो छात्र 8वीं में अच्छे नंबर लाते हैं, उन्हें सरकारी इनाम और स्कॉलरशिप मिलना उनके उज्जवल भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम है. अगर आप भी इस योजना के पात्र हैं, तो जरूर आवेदन करें और अपने बच्चों को पढ़ाई में आगे बढ़ाएं.