Advertisement

मंडी भाव से लेकर मौसम तक अब किसानों को खेती की जानकारी मिलेगी अपनी भाषा में, सरकार ने लॉन्च किया किसान‑E‑मित्र चैटबॉट

किसान‑E‑मित्र एक ऐसा डिजिटल कदम है, जो किसानों की ज़िंदगी को आसान और ज्यादा सशक्त बनाएगा. इससे उन्हें समय पर जानकारी मिलेगी, सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा, और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. इस तरह की तकनीकी पहलें ही भारत को डिजिटल इंडिया के सपने की ओर अग्रसर कर रही हैं.

03 Jul, 2025
( Updated: 03 Jul, 2025
11:22 AM )
मंडी भाव से लेकर मौसम तक अब किसानों को खेती की जानकारी मिलेगी अपनी भाषा में, सरकार ने लॉन्च किया किसान‑E‑मित्र चैटबॉट

Kisan -E-Mitra Chatbot: भारत सरकार ने किसानों के जीवन को सरल और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है. खेती-किसानी से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान देने के लिए एक नया और स्मार्ट डिजिटल साथी पेश किया गया है, जिसका नाम है किसान‑E‑मित्र. यह एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर आधारित चैटबॉट है, जिसे पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत विकसित किया गया है. इसका उद्देश्य है किसानों को उनकी अपनी भाषा में, तुरंत और सटीक जानकारी देना. इससे अब किसानों को न तो सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी, न ही किसी बिचौलिए पर निर्भर रहना पड़ेगा.

क्या है किसान‑E‑मित्र?

किसान‑E‑मित्र एक आधुनिक चैटबॉट है जो किसानों से मोबाइल के माध्यम से संवाद करता है. यह चैटबॉट 24 घंटे, सातों दिन निरंतर कार्य करता है, यानी यह एक "नॉन-स्टॉप डिजिटल सहायक" की तरह है. किसान इस चैटबॉट के माध्यम से पीएम किसान योजना, फसल बीमा, ई-केवाईसी, मौसम की जानकारी, मंडी भाव, आदि जैसे अनेक सवाल पूछ सकते हैं और उन्हें एकदम सरल व स्थानीय भाषा में जवाब मिलता है.

इसका उपयोग करना भी बहुत ही सरल है. किसान को सिर्फ अपने मोबाइल में व्हाट्सएप नंबर 99915 22222 सेव करना है और उस पर मैसेज भेजना है. जैसे ही कोई सवाल पूछा जाता है, यह चैटबॉट तुरंत टेक्स्ट या वॉयस के माध्यम से उत्तर देता है. इस चैटबॉट को केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है और इसे पूरी तरह से किसानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है.

कई भाषाओं में उपलब्ध 

भारत जैसे विविधता भरे देश में भाषा एक बड़ी चुनौती होती है, लेकिन किसान‑E‑मित्र इस चुनौती का समाधान खुद में समेटे हुए है. यह चैटबॉट 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी, तमिल, मराठी, बंगाली जैसी प्रमुख भाषाएं शामिल हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि किसान अपनी स्थानीय भाषा में आसानी से सवाल पूछ सकें और सही जानकारी प्राप्त कर सकें.

चैटबॉट की खास बात यह भी है कि यह भाषा या वर्तनी की गलतियों (Spelling Errors) को भी समझने में सक्षम है. यानी यदि कोई किसान थोड़ी गलती से भी सवाल पूछता है, तब भी यह सिस्टम सही जानकारी देने में सक्षम होता है.रिपोर्ट्स के अनुसार, यह चैटबॉट हर दिन लगभग 25,000 सवालों के जवाब दे रहा है और अब तक 10 लाख से भी अधिक सवालों का समाधान कर चुका है.

AI की शक्ति से सशक्त होता कृषि क्षेत्र

किसान‑E‑मित्र न केवल एक डिजिटल साधन है, बल्कि यह भारत सरकार की AI आधारित कृषि नीति की एक बड़ी शुरुआत भी है. यह पहल यह दर्शाती है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब केवल शहरी जीवन तक सीमित नहीं, बल्कि यह गांवों और खेतों तक भी पहुँच रही है. इसके ज़रिए सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि तकनीक का लाभ अंतिम पंक्ति के किसान तक पहुंचे.

भविष्य में सरकार की योजना है कि इसी तरह के AI चैटबॉट्स का उपयोग केवल खेती ही नहीं, बल्कि हेल्थ, शिक्षा और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में भी किया जाए. यह डिजिटल क्रांति भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र की ओर ले जा रही है.

 एक नई शुरुआत

किसान‑E‑मित्र एक ऐसा डिजिटल कदम है, जो किसानों की ज़िंदगी को आसान और ज्यादा सशक्त बनाएगा. इससे उन्हें समय पर जानकारी मिलेगी, सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा, और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. इस तरह की तकनीकी पहलें ही भारत को डिजिटल इंडिया के सपने की ओर अग्रसर कर रही हैं.

Tags

Advertisement
LIVE
Advertisement
इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित 92% लोग मुसलमान है, अब कट्टरपंथ खत्म हो रहा है!
Advertisement
Advertisement