कृषि उन्नति योजना से किसानों को मिलेगी सीधी आर्थिक मदद, ऐसे करें आवेदन
‘कृषि उन्नति योजना’ छत्तीसगढ़ सरकार की एक सकारात्मक पहल है जो खेती को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम है. इस योजना से छोटे और मध्यम किसानों को खेती की शुरुआत में ही जरूरी मदद मिलेगी जिससे वे महंगे बीज, खाद या यंत्र खरीदने में सक्षम हो सकें.

Krishi Unnat Yojana: भारत की बड़ी आबादी खेती पर निर्भर है, लेकिन इसके बावजूद आज भी लाखों किसान ऐसे हैं जो खेती से अच्छी कमाई नहीं कर पाते. खेती के बढ़ते खर्च, मौसम की मार और बाज़ार की अस्थिरता किसानों के लिए चुनौतियाँ पैदा करती हैं. इन्हीं समस्याओं को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर किसानों के लिए नई योजनाएं लाती रही हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘कृषि उन्नति योजना’ का ऐलान किया है, जो खरीफ सीजन 2025 से लागू की जाएगी.
इस योजना का उद्देश्य है किसानों को खेती से जुड़ी ज़रूरी चीज़ों जैसे बीज, खाद, कीटनाशक और कृषि उपकरणों की खरीद के लिए सीधी आर्थिक सहायता देना, ताकि खेती का बोझ कुछ हल्का हो और उनकी आमदनी में सुधार हो सके.
क्या है कृषि उन्नति योजना?
‘कृषि उन्नति योजना’ छत्तीसगढ़ सरकार की एक नई पहल है, जिसका मकसद खेती को फायदे का सौदा बनाना है. इस योजना के तहत सरकार किसानों को ₹10,000 से लेकर ₹15,351 प्रति एकड़ तक की आर्थिक सहायता देगी. यह राशि सीधी किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी ताकि वे अपनी फसल की बुवाई से जुड़ी ज़रूरतें आसानी से पूरी कर सकें.
योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सरकार ने कलेक्टरों, संभागायुक्तों और सहकारी संस्थाओं को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पात्र किसानों को योजना का लाभ सही समय पर और बिना किसी बाधा के मिले.
कौन-कौन किसान होंगे इस योजना के पात्र?
इस योजना का लाभ सभी किसानों को नहीं, बल्कि सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो कुछ शर्तों को पूरा करते हैं:
1.ekrishi.cg.nic.in पोर्टल पर रजिस्टर्ड किसान ही इस योजना के पात्र होंगे. बिना रजिस्ट्रेशन योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
2. किसान ने खरीफ सीजन में धान या उसका बीज छत्तीसगढ़ राज्य की सहकारी समितियों या बीज निगम से खरीदा या बेचा हो.
3. जिन किसानों ने पिछले सीजन में समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की बिक्री की है, वे भी पात्र माने जाएंगे.
4. खास बात यह है कि इस बार यदि कोई किसान धान की जगह दूसरी खरीफ फसलें जैसे मक्का, दलहन, तिलहन, कोदो, रागी या कपास की बुवाई कर रहा है, तो भी उसे इस योजना का लाभ मिलेगा.
5. यानी सरकार की यह योजना सिर्फ पारंपरिक धान की खेती करने वाले किसानों तक सीमित नहीं है, बल्कि दूसरी फसलें उगाने वाले किसानों को भी प्रोत्साहन देती है.
कैसे करें कृषि उन्नति योजना के लिए आवेदन?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसी जटिल प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत नहीं है. कोई अलग से आवेदन फॉर्म नहीं भरना होगा, लेकिन कुछ जरूरी बातें हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी है.
1.सबसे पहले किसान को ekrishi.cg.nic.in पोर्टल पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा.
2. पोर्टल पर लॉगिन करके आपको अपनी जमीन की जानकारी, बोई गई फसल का विवरण और बैंक खाते की जानकारी भरनी होगी.
3. ध्यान रहे कि यह रजिस्ट्रेशन खरीफ 2025 सीजन के पहले पूरा कर लेना जरूरी है.रजिस्ट्रेशन के बिना आपको इस योजना का कोई लाभ नहीं मिलेगा.
4. सरकार ने यह प्रक्रिया सरल रखी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इससे जुड़ सकें और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो सके. रजिस्ट्रेशन के समय सही जानकारी देना जरूरी है, क्योंकि बाद में अगर कोई गलती पाई जाती है, तो सहायता रोकी जा सकती है.
सरकारी मदद का सही समय पर लाभ उठाएं
‘कृषि उन्नति योजना’ छत्तीसगढ़ सरकार की एक सकारात्मक पहल है जो खेती को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम है. इस योजना से छोटे और मध्यम किसानों को खेती की शुरुआत में ही जरूरी मदद मिलेगी जिससे वे महंगे बीज, खाद या यंत्र खरीदने में सक्षम हो सकें.