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किसानों को रोते देख BJP विधायक का पिघला दिल, हाथ जोड़कर माफी मांगी और फिर कर दिया बड़ा ऐलान! जानें क्या है पूरा मामला

बस्ती के हैरया विधानसभा से विधायक अजय सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने किसानों की समस्याओं को देख उनसे माफी मांगी. किसानों का संघर्ष विधायक अजय सिंह ने भी महसूस किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की.

नेता छुटभैया हो या बड़का, अक्सर आपने उनको जनता के सामने भौकाल दिखाते हुए देखा ही होगा, लेकिन वही नेता जब सिस्टम की खामियों को स्वीकार करते हुए माफ़ी मांगते हैं तो बात बड़ी हो जाती है. हम बात कर रहे हैं यूपी के बस्ती से BJP विधायक अजय सिंह की. जिन्होंने किसानों से हाथ जोड़कर माफ़ी मांगी है. 

बस्ती के हैरया विधानसभा से विधायक अजय सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने किसानों की समस्याओं को देख उनसे माफी मांगी और उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों को आगे से कभी दिक़्क़तों का सामना नहीं करना पड़ेगा. दरअसल UP के कई जिलों में किसानों के सामने खाद की समस्या नज़र आई थी. किसान खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगे दिखे. सुबह-सुबह बिना खाए पिए किसान खाद की लाइनों में ऐसे लगे रहते जैसे इलाज के लिए सरकारी हॉस्पिटल में मरीज़ लगे रहते हैं. बारिश के बीच भी किसान खाद के लिए जद्दोजहद करते दिखे. कई जगह से तो रोते हुए किसानों की तस्वीरें भी सामने आईं. खाद के लिए किसानों का संघर्ष विधायक अजय सिंह ने भी महसूस किया और उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. 

अजय सिंह ने कहा, कुछ दुर्व्यवस्था की वजह से किसानों को खाद के लिए परेशानी उठानी पड़ी, इसके लिए वे किसानों से माफी मांगते हैं और वादा करते हैं कि आगे से ऐसी समस्याएं नहीं होंगी.
इसके बाद अजय सिंह ने किसानों से माफी मांगी और आश्वासन दिया कि अब कभी खाद की कमी नहीं होगी. विधायक अजय सिंह ने खाद मिलने में हो रही परेशानी की वजह समितियों के सीमित संचालन को बताया. अजय सिंह ने माना कि विभागीय मिस मैनेजमेंट की वजह से भी ये समस्या पैदा हुई. 

खाद की समस्या पर CM योगी से की बात 

अजय सिंह ने कहा, खाद की कोई कमी नहीं थी 116 समितियों में सिर्फ़ 30 समितियां ही संचालित हैं. प्राइवेट कंपनियों के हाथों में खाद वितरण नहीं था. बिक्री की व्यवस्था सीमित करने से ये समस्या हुई. अजय सिंह ने बताया कि खाद को लेकर उनकी सीएम योगी आदित्यनाथ से भी बात हुई है. अब कभी किसानों को खाद के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.

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