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सीजफायर के उल्लंघन के बीच उत्तराखंड में 25 IAS और 13 PCS का ट्रांसफर

उत्तराखंड में बड़े स्तर पर प्रशासनिक अदला बदली हुई है। इसमें 25 IAS और 13 PCS समेत 38 अधिकारियों के प्रभार को बदला गया है। किसको क्या ज़िम्मेदारी मिली है वो आपको विस्तार से हम इस रिपोर्ट में बताएँगे।

13 May, 2025
( Updated: 13 May, 2025
02:57 PM )
सीजफायर के उल्लंघन के बीच उत्तराखंड में 25 IAS और 13 PCS का ट्रांसफर

उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार हर मोर्चे पर कमान संभाले हुए नज़र आ रही है, फिर चाहे बात चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर हो, भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए उत्तराखंड की सुरक्षा को लेकर हो, प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाने के साथ साथ हर वर्ग को प्रोत्साहित करने की ही क्यों ना हो, सीएम धामी का एक्शन प्लान सबको साथ लेकर चल रहा है और देवभूमि का मूल स्वरूप ऐसा ही बना रहे इसे लेकर भी दिन रात कदम उठाए जा रहे हैं.


प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए और क़ानून व्यवस्था दुरूस्त रखने के लिए अगर प्रशासनिक फेरबदल की भी ज़रूरत पड़ रही है तो वो भी कदम उठाए जा रहे हैं. हाल ही में फिर एक बार  ऐसा ही हुआ. ख़बर है कि उत्तराखंड में बड़े स्तर पर प्रशासनिक अदला बदली हुई है. इसमें 25 IAS और 13 PCS समेत 38 अधिकारियों के प्रभार को बदला गया है. किसको क्या ज़िम्मेदारी मिली है वो आपको विस्तार से हम इस रिपोर्ट में बताएँगे.


उत्तराखंड की धामी सरकार ने अचानक 25 IAS और 13 PCS अफ़सरों की ज़िम्मेदारियों को बदला है. जैसे 


अपर सचिव अभिषेक रुहेला को शिक्षा महानिदेशक बनाया गया है.

झरना कमठान अपर सचिव वित्त बनाई गई हैं.

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को वित्त, कार्मिक और सतर्कता, कृषि उत्पादन आयुक्त के पद से मुक्त कर दिया है.

उन्हें मुख्य स्थानिक आयुक्त, मुख्य निवेश आयुक्त दिल्ली के साथ ही तीनों ऊर्जा निगमों के अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी दी गई है. 

शिक्षा सचिव रंगनाथ रमन को आयुष और आयुष शिक्षा से हटा दिया गया है.

दीपेंद्र चौधरी को इसकी ज़िम्मेदारी दी गई है.

चंद्रेश यादव को भी आयुक्त और सचिव राजस्व परिषद और संचालन चकबंदी की ज़िम्मेदारी से फ़्री कर दिया गया है.

अब इसकी ज़िम्मेदारी रंजना राजगुरु देखेंगी.


ये जो लिस्ट आप देख रहे हैं ये ऐसे ही 38 अधिकारियों की हैं जिसमें साफ़ साफ़ लिखा है कि किस अधिकारी को किस पद से हटाकर किस पद की ज़िम्मेदारी दी गई है.

बहरहाल, आपको बता दें फ़िलहाल तो उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर ज़ोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं. श्रद्धालुओं की सुविधाओं में कोई कमी ना हो साथ ही सुरक्षा के लिहाज़ से भी कोई दिक़्क़त ना हो इसका जायज़ ख़ुद सीएम धामी ले रहे हैं, प्रशासनिक फेरबदल के फ़ैसले से इतर सीएम धामी कोशिश कर रहे हैं कि चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा पूरी तरह से सफल हो इसका अंदाज़ा आप उनके सोशल मीडिया से ही लगा सकते हैं जिसमें वो पल पल की जानकारी श्रद्धालुओं के लिए अपडेट कर रहे हैं.


सिर्फ़ यही नहीं, हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जिस तरह से प्रधानमंत्री ने देश के नाम संबोधन दिया था, सीएम धामी उसे सुनकर उस पर भी अपने विचार रखते नज़र आए थे. सीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा था-  शासकीय आवास पर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का राष्ट्र के नाम संबोधन सुना. आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आज 'राष्ट्र को संबोधन' केवल संदेश नहीं अपितु राष्ट्र की चेतना और एक मजबूत भारत की हुंकार थी. स्पष्टता, आत्मविश्वास और दृढ़ता से युक्त उनके सख़्त संदेश ने साबित कर दिया कि आज भारत न सिर्फ़ अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार है, बल्कि दुश्मनों को उनकी ही भाषा में जवाब देने का माद्दा भी रखता है.आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने एक नया इतिहास रचा है. आतंकवाद को पनाह देने वालों को अब उनकी ही ज़मीन पर ढूंढकर मिटाया जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर कोई नाम नहीं, यह भारत की माताओं-बहनों के सिंदूर की रक्षा का अटल संकल्प है.हमारी सेना ने अद्वितीय पराक्रम दिखाया और अपने शौर्य से दुश्मन के दिलों में दहशत भर दी है. आतंकी ठिकानों पर हुए सटीक और निर्णायक प्रहार ने पूरी दुनिया को बता दिया कि भारत अब सिर्फ सहता नहीं, जवाब देता है वो भी अपने तरीके से.उत्तराखंड की वीर भूमि के लोग राष्ट्र की रक्षा और समृद्धि हेतु सदैव तत्पर रहेंगे. प्रधानमंत्री जी का यह संबोधन न केवल हमारी सुरक्षा नीति को स्पष्ट करता है बल्कि प्रत्येक नागरिक को एकजुट होकर देश की रक्षा में योगदान देने के लिए प्रेरित भी करता है.


फ़िलहाल, धामी सरकार के एक एक कदम की जानकारी प्रदेशवासियों को रहती है, इससे आपको ये अंदाज़ा तो लग ही गया होगा कि धामी राज में उत्तराखंड किस तरह से आगे बढ़ रहा है.

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