कौन हैं संजय यादव और रमीज? जिनके चलते रोहिणी ने परिवार और राजनीति से नाता तोड़ा, RJD में मचा कलह
बता दें संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. वह तेजस्वी के राइट हैंड और RJD परिवार के प्रमुख सदस्यों में से एक माने जाते हैं. 24 फरवरी साल 1984 को जन्मे संजय पिछले एक दशक से तेजस्वी यादव के साथ ही हैं. संजय अक्सर पार्टी और परिवार के फैसलों में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं.
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बिहार विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद RJD यानी लालू परिवार में फूट पड़ गई है. अपने पिता लालू प्रसाद यादव को किडनी देने वाली बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार दोपहर एक पोस्ट के जरिए राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया है. इसके अलावा उन्होंने परिवार से भी नाता तोड़ लिया है. उन्होंने इसके पीछे की वजह RJD के राज्यसभा सांसद संजय यादव और रमीज को बताया है. बता दें यह वही संजय यादव हैं, जिन्हें लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप अक्सर जयचंद कहकर पुकारते हैं. रोहिणी ने तेजस्वी के काफी खास और राइट हैंड कहे जाने वाले संजय पर आरोप लगाए हैं, तो चलिए जानते हैं कि आखिर कौन है संजय यादव और रमीज? जिनके चलते लालू परिवार में भयंकर कलह देखने को मिल रही है.
कौन हैं संजय यादव?
बता दें संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. वह तेजस्वी के राइट हैंड और RJD परिवार के प्रमुख सदस्यों में से एक माने जाते हैं. 24 फरवरी साल 1984 को जन्मे संजय पिछले एक दशक से तेजस्वी यादव के साथ ही हैं. संजय अक्सर पार्टी और परिवार के फैसलों में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं. संजय यादव के पिता का नाम प्रभाती लाल और माता का नाम बसंती देवी है.
कंप्यूटर से MSC और MBA किया
संजय यादव ने अपनी पढ़ाई दिल्ली से की है. राजनीति में उतरने से पहले उन्होंने दिल्ली में 3 MNC कंपनियों में काम किया है. उन्होंने कंप्यूटर साइंस में MSC और MBA किया है. वह डेटा विश्लेषण, राज्य की राजनीतिक व सामाजिक समीकरण के एनालिसिस में भी काफी रुचि रखते हैं. बताया जाता है कि तेजस्वी से संजय की पहली मुलाकात दिल्ली में ही हुई थी, जिसके बाद वह उनके सबसे करीबी मित्रों में से एक बन गए. वर्तमान में संजय यादव RJD के राज्यसभा सदस्य हैं.
कौन हैं रमीज जिन पर रोहिणी ने लगाया आरोप?
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के अगले दिन यानी 15 नवंबर को 'X' पर राजनीति से संन्यास और परिवार से नाता तोड़ने को लेकर एक पोस्ट किया. उन्होंने X पर लिखा कि 'मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही. संजय यादव और रमीज ने मुझे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं.' रोहिणी ने जिस रमीज नाम के शख्स का जिक्र किया. वह यूपी के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं. संजय यादव की तरह ही रमीज भी तेजस्वी के खास मित्रों में से एक माने जाते हैं. संजय की तरह ही वह भी पार्टी और परिवार से जुड़े फैसलों में अहम भूमिका निभाते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह यूपी के बलरामपुर जिले के रहने वाले हैं.
संजय यादव को जयचंद बताते हैं तेज प्रताप
अक्सर आपने लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप के बयान में तेजस्वी और परिवार का नाम आने पर 'जयचंद' शब्द का इस्तेमाल करते सुना होगा. बता दें कि तेज प्रताप जिस जयचंद का नाम लेते हैं. वह कोई और नहीं बल्कि संजय यादव ही हैं. तेज प्रताप के बयानों से यह साफ जाहिर होता है कि उनका संजय से 36 का आंकड़ा है और वह हमेशा निशाना साधने से नहीं चूकते. पार्टी के बुरे हालातों पर भी तेज प्रताप ने कहा कि RJD जयचंदों से घिर गई है. तेज प्रताप ने फेसबुक पर एक पोस्ट में भी लिखा कि 'यह जयचंदों की करारी हार है.... सच्चाई कड़वी है. इन जयचंदों ने आरजेडी को भीतर से खोखला कर दिया है और बर्बाद कर दिया है. इसी वजह से आज तेजस्वी फेल हो गया.' बिहार चुनाव में मिली करारी हार के बाद तेजस्वी ने पीएम मोदी और अमित शाह की जमकर तारीफ की.
रोहिणी के फैसले पर RJD से नहीं आया कोई बयान
रोहिणी के इस फैसले ने RJD में ही नहीं, पूरे बिहार की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. आरजेडी की ओर से इस मामले पर अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले पर लालू यादव, तेजस्वी यादव और RJD के अन्य नेता क्या प्रतिक्रिया देते हैं.
बिहार चुनाव में RJD का हाल बेहाल
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बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा के दूसरे दिन ही रोहिणी आचार्य का बयान सामने आया है. बता दें कि इस चुनाव में RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लालू यादव की पार्टी RJD महज 25 सीटों पर सिमट गई.
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