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दिल्ली चुनाव 2025: रोहिंग्या-बांग्लादेशियों पर सियासी घमासान, दिल्ली चुनाव का नया मुद्दा

दिल्ली चुनाव 2025 से पहले सियासत गर्म हो चुकी है। भाजपा ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुनावी मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा का दावा है कि आप सरकार इन घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बना रही है। वहीं, भाजपा ने वादा किया है कि उनकी सरकार बनने पर डिटेंशन सेंटर बनाए जाएंगे और घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा।

20 Jan, 2025
( Updated: 21 Jan, 2025
09:47 AM )
दिल्ली चुनाव 2025: रोहिंग्या-बांग्लादेशियों पर सियासी घमासान, दिल्ली चुनाव का नया मुद्दा
दिल्ली की सियासी फिजा में इन दिनों एक नया मोड़ आया है। 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा राजनीति के केंद्र में आ चुका है। चुनावी पारा चढ़ रहा है, और हर राजनीतिक दल अपनी रणनीति के साथ मैदान में उतर रहा है। लेकिन इस बार मुद्दा सिर्फ विकास या शिक्षा का नहीं है; चर्चा घुसपैठियों को लेकर गर्म हो गई है।

भाजपा का हमला, केजरीवाल पर गंभीर आरोप

भाजपा ने सीधे-सीधे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल मिश्रा ने यह दावा किया कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को दिल्ली में बसाना आम आदमी पार्टी (आप) की सोची-समझी साजिश है। उनका कहना है कि "केजरीवाल इन घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बना रहे हैं। जिस दिन दिल्ली में सैफ अली खान पर हमला हुआ, उस दिन केजरीवाल की प्रतिक्रिया कुछ और थी, लेकिन जैसे ही यह पता चला कि हमलावर बांग्लादेशी है, वह चुप्पी साध गए।"

भाजपा का डिटेंशन सेंटर बनाने का वादा

दिल्ली में भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने खुलासा किया कि उनकी पार्टी के पास रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए सख्त योजना है। उनका कहना है कि "दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के 30 दिन के अंदर एक डिटेंशन सेंटर तैयार किया जाएगा। इसके बाद सभी रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को वहां भेजा जाएगा।" इसके अलावा, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी जो इन घुसपैठियों को पनाह देते हैं।

हालांकि आम आदमी पार्टी ने अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया है। भाजपा के आरोपों पर उनकी चुप्पी ने दिल्ली की जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया है। सवाल उठता है कि क्या वाकई दिल्ली में घुसपैठियों का मसला इतना बड़ा है? या यह सिर्फ एक चुनावी एजेंडा है?

जनता का मूड, 5 फरवरी का इंतजार

दिल्ली की जनता इस पूरे मामले को लेकर दो धड़ों में बंटी दिख रही है। जहां भाजपा अपने "घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कदम" वाले एजेंडे को लेकर प्रचार कर रही है, वहीं आप विकास और शिक्षा के मुद्दे पर बात करने की कोशिश कर रही है। लेकिन जनता का मूड क्या है, यह 5 फरवरी को होने वाले मतदान के बाद ही साफ हो पाएगा। इस मामले पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "हमारा लक्ष्य इस बार दिल्ली में 60 सीटें जीतना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लोगों को आयुष्मान योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने का वादा किया है। इससे जनता को बड़ा लाभ होगा।" भाजपा की रणनीति साफ है—दिल्ली की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, सुरक्षा, और विकास का भरोसा देकर अपने पक्ष में करना।

केजरीवाल की छवि पर सवाल

भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की छवि को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "केजरीवाल ने दिल्लीवासियों की समस्याओं को अनदेखा कर दिया है। उन्होंने गंदे पानी की शिकायत करने वालों को नजरअंदाज किया और अब घुसपैठियों का समर्थन कर रहे हैं।"

दिल्ली चुनाव 2025 का यह नया घुसपैठियों वाला मुद्दा चुनावी फिजा को गर्म कर चुका है। भाजपा जहां इसे मुख्य चुनावी मुद्दा बना रही है, वहीं आप इस पर चुप रहकर अपनी रणनीति बना रही है। अब देखना यह है कि जनता इस बार किसे मौका देती है। क्या घुसपैठियों का मुद्दा दिल्ली की राजनीति की दिशा बदलेगा, या यह महज चुनावी बयानबाजी बनकर रह जाएगा?

दिल्ली के सियासी गलियारों में इस वक्त हलचल तेज है। हर गली-चौराहे पर बस एक ही चर्चा है—क्या इस बार दिल्ली की जनता बदलाव के लिए तैयार है? या फिर केजरीवाल का जादू बरकरार रहेगा? जवाब 5 फरवरी को मिलेगा।

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