चुनावी रुझानों के बीच BJP सांसद मनोज तिवारी का बयान, रुझान परिणाम में बदलेंगे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती लगातार जारी है। इस बीच सबसे बड़ी ख़बर बीजेपी के हक में निकलकर सामने आ रही है। इसमें शुरुआती रुझानों में जिस तरह से बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए आगे निकली है। कही न कही ये रुझान जल्द ही नतीजों में तब्दील होने वाले है। 10 साल से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पिछड़ती जा रही है।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती लगातार जारी है। इस बीच सबसे बड़ी ख़बर बीजेपी के हक में निकलकर सामने आ रही है। इसमें शुरुआती रुझानों में जिस तरह से बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए आगे निकली है। कही न कही ये रुझान जल्द ही नतीजों में तब्दील होने वाले है। 10 साल से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पिछड़ती जा रही है। हालांकि, अभी वोटों की गिनती जारी है। कुछ देर बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।
रुझान नतीजों में बदलेगा
चुनाव आयोग द्वारा 70 सीटों पर आए शुरुआती रुझानों के बाद न्यूज एजेंसी आईएएनएस से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने बात की। उन्होंने कहा, "हम दिल्ली की जनता का आशीर्वाद देख सकते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि जिस तरह से दिल्ली की जनता ने अपना समर्थन दिया है और जिस तरह से शुरुआती रुझान भाजपा के पक्ष में हैं, अंत तक यह संख्या वैसी ही रहेगी। मैं बड़ी विनम्रता के साथ दिल्ली की जनता को अपना सादर प्रणाम करता हूं।"भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा, "हमारी जो भविष्यवाणी थी, वह सच में बदल रही है। यह सच्चाई का क्षण है, आखिरकार लोगों को समझ आ रहा है कि आपका असली चरित्र क्या है, जब साफ पानी ही नहीं है तो पानी की सब्सिडी का क्या फायदा।"भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने कहा, "परिणाम बदलेंगे और अंतिम परिणाम शुरुआती रुझानों से बेहतर होंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की गारंटी अच्छी तरह से स्थापित है और दिल्ली के लोग उनकी नीतियों पर भरोसा करते हैं।"
बता दें कि 70 सीट पर मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के शुरुआती रुझान में 44 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है, और आम आदमी पार्टी (आप) 26 सीटों पर आगे चल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। दिल्ली में 19 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जा रही है। आज 699 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला होगा। दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में दबदबा बनाने वाली आप ने 2020 के चुनाव में 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने आठ सीटें अपने नाम की थीं। दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में अपना खाता खोलने में विफल रही और इस बार भी उसका प्रदर्शन ऐसा ही रहने का अनुमान है, क्योंकि शुरुआती रुझानों में कांग्रेस काफी पीछे है।