'कॉरिडोर मसले का हल नहीं, सरकार बैठकर करे बातचीत,' बांके बिहारी कॉरिडोर पर क्या बोले वृंदावन के दुकानदार?
मथुरा जिले के वृंदावन में उत्तर प्रदेश सरकार 'बांके बिहारी कॉरिडोर' बनाने जा रही है. जिसे योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा है. लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद वृन्दावन के दुकानदारों में नाराजगी है. NMF News के ग्राउंड रिपोर्ट में वहां के दुकानदारों ने क्या कुछ कहा है उसे आप सभी को जानना चाहिए.

श्री कृष्ण की नगरी वृन्दावन में योगी सरकार करीब 500 करोड़ की लागत से 5 एकड़ में भव्य बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने जा रही है. लेकिन सरकार का यह फैसला बांके बिहारी जी की कुंज गलियों के दुकानदार और स्थानीय लोगों को पसंद नहीं आया और वो अब इसके विरोध में खड़े हो गए हैं.
दुकानदारों का आरोप- 'बिना बात किए सरकार ने लिया फैसला'
बांके बिहारी कॉरिडोर के विरोध में वृन्दावन के दुकानदारों ने सरकार पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यहां के पंडा-पुजारियों और स्थानीय दुकानदारों से बिना बातचीत किए सरकार ने इतना बड़ा फैसला ले लिया है.
बांके बिहारी जी के मंदिर के ठीक सामने दुकान लगाने वाले प्रेम कहते हैं - 'यहां कॉरिडोर की कोई जरूरत नहीं है, सरकार ध्यान रखे कि हमारा नुकसान ना हो, यहां रोड चौड़े हो जाएं.'
एक और दुकानदार से जब हमने बात की तब वो भड़कते हुए बोला- 'कॉरिडोर बनना मसले का हल नहीं है, लेकिन भीड़ को देखते हुए हां गली चौड़ी होनी चाहिए.'
इसी क्रम में एक अन्य दुकानदार कहता है- 'कॉरिडोर बनने के बाद बिहारी जी से बृजवासी दूर हो जाएंगे, नए-नए वीआईपी प्रोटोकॉल से दर्शन बंद होने चाहिए, ठाकुर जी के साथ हम खेले कूदे हैं हम उन्हें अपने से दूर नहीं होने देंगे.'
तो वहीं एक अन्य दुकानदार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा- 'बैठकर सरकार को बात करनी चाहिए, एक बार यहां आकर बृजवासी, पंडा पुजारी से उन्हें बात करनी चाहिए.
सरकार को क्यों पड़ी कॉरिडोर बनाने की जरूरत?
वृन्दावन में बिहारी जी की कुंज गलियों में हर महीने-हर साल भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है. यहां आने वाले भक्तों को संकरी गलियां और छोटे गेट की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में मथुरा जिले में करीब 21.96 करोड़ श्रद्धालुओं आए हैं. इसमें सबसे अधिक 2.55 करोड़ श्रद्धालु वृंदावन में श्री बांके बिहारी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं. इसमें 70 हजार विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश में आगरा के बाद सबसे अधिक विदेशी मथुरा में आते हैं.
बांके बिहारी मंदिर के पास 15 अगस्त 2023 को एक हादसा हुआ था, जिसमें एक जर्जर इमारत की दीवार गिर गई थी. इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. यह हादसा बांके बिहारी मंदिर से 150 मीटर की दूरी पर स्थित स्नेह बिहारी मंदिर के पास हुआ था. इसके अलावा साल 2024-2025 में भी यहां हादसे होते रहे हैं, जिसमें कई भक्त घायल हुए हैं.