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विधानसभा चुनाव में भतीजे चिराग के लिए मुसीबत बनेंगे चाचा पशुपति पारस !

पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस भी सक्रिय हो गए है। खबर है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व पशुपति पारस विपक्षी इंडिया गठबंधन के साथ जा सकते है। इसके लिए उन्होंने बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से मिलने का प्रयास भी किया लेकिन अभी बात नहीं पाईं।

10 Apr, 2025
( Updated: 10 Apr, 2025
03:38 PM )
विधानसभा चुनाव में भतीजे चिराग के लिए मुसीबत बनेंगे चाचा पशुपति पारस !
बिहार में विधानसभा के चुनाव इसी साल के अक्टूबर या नवंबर के महीने में होने है। इस चुनावी समर में सियासी दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए है। चुनावी तैयारियों में जुटे राजनेताओं के बीच चल रही बयानबाजी ने सूबे में सियासी तपिश को बढ़ा दिया है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस भी सक्रिय हो गए है। खबर है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व पशुपति पारस विपक्षी इंडिया गठबंधन के साथ जा सकते है। इसके लिए उन्होंने बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से मिलने का प्रयास भी किया लेकिन अभी बात नहीं पाईं। 


वही बिहार की राजनीति से जुड़े कुछ राजनीतिक जानकारों की माने तो पशुपति पारस चुनाव को लेकर तैयारी ऐसी कर रहे है कि अगर विपक्षी महागठबंधन में उन्हें स्थान नहीं मिलता है तो, वो अकेले दम पर भी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार सकते है। जिससे बिहार की सत्ता में पुनः काबिज होने का ख़्वाब देख रही एनडीए और खासतौर पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की मुसीबत बढ़ सकती है। बिहार की राजनीतिक गलियरों में ये बातें तब तैरना शुरू हुई जब जमुई में पार्टी के एक कार्यक्रम में पशुपति पारस ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। इसके लिए पार्टी में आंतरिक सर्वे का काम भी चल रहा है। 


चाचा पशुपति भतीजे चिराग पर हुए आगबबूला

बिहार में मौजूदा स्थिति में चिराग पासवान की पार्टी एनडीए गठबंधन में मजबूत स्थिति में मानी जा रही है। लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में पार्टी ने अपने कोटे की सभी सीटों पर बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रही थी लेकिन विधानसभा चुनाव आते-आते चिराग की कड़ी चुनौती देने के लिए उनके चाचा पशुपति ने तैयारी करते हुए उनके ऊपर लगातार हमलावर है। इन सबके बीच सबसे  दिलचस्प बात यह है कि पशुपति पारस सिर्फ चिराग पर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पूरी बीजेपी को अपने निशाने पर ले रहे है। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का समर्थन किया था।  अब उन्होंने चिराग पर तंज कसते हुए कहा कि वो फ़िल्मी हीरो की तरह है, जो पर्दे पर कुछ और पर्दे के पीछे कुछ और करते है।


परिवार में भी चल रहा विवाद 

चिराग पासवान के परिवार में इन दिनों आपसी विवाद की खबरें भी खुलकर सामने आने लगी है। इसको लेकर पशुपति पारस ने कहा की पारिवारिक विवाद के राज को राज रहने दें। उन्होंने चिराग पर निशाना साधते हुए कहा चिराग जिन्हें ‘राजमाता’ कहते है उन्हें अपने पिता के पार्थिव शरीर को क्यों देखने नहीं दिया। वो जब अपनी बड़ी मां से भेंट करने आए तो उन्हें ईलाज के लिए अपने साथ दिल्ली क्यों नहीं ले गए। 


वक्फ के सहारे भी चिराग को लिया आड़ेहाथ 

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर पशुपति पारस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत एनडीए में शामिल घटक दलों पर हमला बोला है। उन्होंने कहा "अच्छा हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 सीट जीतने में कामयाब नहीं हुए वरना संविधान ही बदल देते। वही चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक पर भी उन्होंने अपना ध्यान केंद्रित रखा है उन्होंने कहा उनकी पार्टी शुरू से ही वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 का विरोध करती रही है। 


गौरतलब है कि अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में पशुपति पारस का यह कदम उनके लिए कैसा साबित होता है। क्या उन्हें विपक्ष की इंडिया महागठबंधन जगह मिलती है या फिर अकेले अपने दम पर चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे ?

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