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पाकिस्तान में होगा तख्तापलट! जरदारी को हटाकर खुद राष्ट्रपति बनेंगे आसिम मुनीर, PM शहबाज का भी कटेगा पत्ता?

पाकिस्तान में एक बार फिर बड़ी सियासी हलचल देखने को मिल सकती है. खबर है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर पाकिस्तान में तख्तापलट हो सकती है.

08 Jul, 2025
( Updated: 08 Jul, 2025
05:23 PM )
पाकिस्तान में होगा तख्तापलट! जरदारी को हटाकर खुद राष्ट्रपति बनेंगे आसिम मुनीर, PM शहबाज का भी कटेगा पत्ता?

वैसे तो पाकिस्तान में इस वक्त किसी की हैसियत नहीं है कि वो आसिम मुनीर के सामने खड़ा हो सके. एक तरफ मुनीर हैं, तो दूसरी तरफ इमरान खान हैं. पाकिस्तान का सबसे लोकप्रिय नेता जेल में है और बाकियों को ठिकाने लगाने की तैयारी आसिम मुनीर ने कर ली है. पाकिस्तान से ही खबर है कि आसिम मुनीर ने तय कर लिया है कि वो जरदारी को हटाकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले हैं.

पाकिस्तान में होगा तख्तापलट!

पाकिस्तान में तख्तापलट के लिहाज से जुलाई का महीना बहुत अहम है. 5 जुलाई 1977 को जिया-उल-हक ने पाकिस्तान के लोकतंत्र को अपने बूट से कुचला था. अब जुलाई में ही पाकिस्तान में एक बार फिर तख्ता पलट की आशंका जताई जा रही है. खबर है कि आसिम मुनीर ने तय कर लिया है कि वो जरदारी को हटाकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले हैं.

पाकिस्तान में पिछले साल हुए चुनाव में इमरान को हराने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाया गया, फिर भी पीटीआई 93 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई. लेकिन सेना ने 75 सीट जीतने वाली PML-N को प्रधानमंत्री और 54 सीट जीतने वाले जरदारी को राष्ट्रपति बना दिया, लेकिन अब आसिम मुनीर फील्ड मार्शल से आगे परवेज मुशर्रफ की तरह राष्ट्रपति बनना चाहते हैं.

जरदारी के बेटे बिलावल ने की मुनीर की आलोचना 

आसिम मुनीर के जरदारी से मोहभंग की वजह हाल ही में उनकी तरफ से कही गई बातें हैं. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो ने हाल ही में असीम मुनीर की सार्वजनिक आलोचना की. माना जा रहा है कि पर्दे के पीछे से पाकिस्तानी सेना आसिफ जरदारी के खिलाफ चालें चल रही है, इसीलिए बिलावल का डर और गुस्सा असीम मुनीर के लिए सामने आया है. 

लंच करने के बाद भले ही ट्रंप पाकिस्तान के आर्मी चीफ का नाम तक भूल गए हों, लेकिन ट्रंप के दरबार में मुनीर की मौजूदगी ने उन्हें पाकिस्तान में अमेरिकी स्वीकृति दिला दी है. इसलिए वो अपनी ताकत को और ज्यादा बढ़ाने के लिए ये कदम उठा सकते हैं. अब सवाल ये है कि मुनीर सिर्फ जरदारी तक रुकेंगे या शहबाज शरीफ को भी पीएम पद से हटाते हुए पूरी तरह सत्ता अपने हाथ में ले लेंगे, क्योंकि पाकिस्तान में सैन्य प्रमुख पहले भी सरकारों का तख्तालपट करते रहे हैं. ऐसे में मुनीर भी इस तरफ बढ़ सकते हैं. जरदारी और पाकिस्तान की सेना में सब कुछ ठीक नहीं है. इसे लेकर जानकार बिलावल भुट्टो के ताजा बयान की तरफ ध्यान दिलाते हैं, जिसमें बिलावल भुट्टो ने हाफिज और मसूद जैसे आतंकवादियों के भारत के हवाले करने की बात कही.

आसिम मुनीर को लेकर जनता में बढ़ता असंतोष 

पाकिस्तान की राजनीति पर नजर रखने वाले कई जानकारों का कहना है कि जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है. इमरान को जेल में रख कर मुनीर ने फौरी तौर पर तो राजनीति कंट्रोल कर ली है, लेकिन शहबाज शरीफ को लेकर किया गया उनका प्रयोग अभी तक पाकिस्तान के हालात सही रास्ते पर नहीं ला पाया है.

जेल में बैठे इमरान खान को जनता की परेशानी में अपनी वापसी दिख रही है, इसीलिए इसी हफ्ते इमरान खान ने रावलपिंडी की आदियाला जेल से अपने समर्थकों के लिए एक मैसेज दिया, जिसमें देश में महंगाई, दमन और तानाशाही के मुद्दों को लेकर सड़कों पर निकलने का आव्हान किया गया. बताने की जरूरत नहीं है कि इमरान खान के निशाने पर आसिम मुनीर हैं, इसलिए इमरान और जनता हिसाब चुक्ता करे, उससे पहले ही मुनीर तख्तापलट करके खुद को बचाने का फैसला कर सकते हैं.

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