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किसानों की मदद करने में देरी नहीं करेगी केंद्र… शाह का आश्वासन, कहा- CM और DCM के साथ की लंबी बैठक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्होंने मोदी सरकार की तरफ से महाराष्ट्र सरकार को आश्वासन दिया है कि किसानों की मदद त्वरित रूप से की जाएगी. इसके लिए उन्होंने देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ लंबी बैठक भी की.

Amit Shah(File Photo)

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के किसानों को राहत पहुंचाने वाली बात कही है. शाह ने महाराष्ट्र किसानों को राहत देने के लिए बड़ा बयान दिया है. अल्हियानगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने मोदी सरकार की तरफ से महाराष्ट्र सरकार को आश्वासन दिया है कि किसानों की मदद त्वरित रूप से की जाएगी. इसके लिए उन्होंने देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ लंबी बैठक भी की.

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कहा कि लेकिन यह तभी संभव हो पाएगा जब महाराष्ट्र सरकार इसके लिए केंद्र सरकार को विस्तृत रिपोर्ट भेजे. उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार की तरफ से रिपोर्ट भेजी जाती है, तो केंद्र सरकार किसानों की मदद करने में कोई देरी नहीं करेगी.

महाराष्ट्र की सरकार सबकी परवाह करती है- शाह

शाह ने महाराष्ट्र की जनता की तारीफ करते हुए कहा कि यह ऐसा इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि महाराष्ट्र की जनता ने एक ऐसी सरकार चुनी है जो सबकी परवाह करती है. उन्होंने कहा कि NDA सरकार भारत की जनता के हित को ध्यान में रखकर ही निर्णय लेती है. उन्होंने NDA के विधायकों की सराहना करते हुए कहा कि NDA के विधायकों ने किसानों को आर्थिक मदद करने के लिए अपनी एक महीने की सैलरी राहत कोष में दान की है.

एकनाथ शिंदे की शाह ने की तारीफ  

महाराष्ट्र में आई आपदा ने किसानों का जीवन मुश्किल कर दिया है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी किसानों की मदद को लेकर कई अहम कदम उठाए हैं. उन्होंने अपने एक भाषण में कहा था कि हर बार दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस बार किसानों की आंखों में आंसू हैं, खेती बर्बाद हो गई है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में फंसे किसानों की मदद के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.

जानकारी देते चले कि हाल ही में NCRB ने साल 2023 में आत्महत्याओं की एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्या की है, वहीं इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर कर्नाटक है. महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या का प्रतिशत 38.5% है जबकि कर्नाटक में 22.5% किसानों ने आत्महत्या की हैं.

 

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