सुप्रीम कोर्ट करेगा दंगाइयों का इलाज ! मुर्शिदाबाद हिंसा पर सबसे बड़ा एक्शन !
सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश से कांप गये मुर्शिदाबाद के दंगाई ! वकील ने भी कर दिया खौफनाक खुलासा !

बंगाल तो जलेगा ही जब ममता दीदी धमकी देंगी कि यूपी बिहार असम भी जलेंगे. बंगाल में आग तो लगेगी ही जब ममता दीदी कहेंगी की मोदी सरकार द्वारा लाये गये क़ानून को वो लागू नहीं होने देंगी .हिंसा तो भड़केगी ही जब ममता बनर्जी भरे सदन में खड़े होकर कहेंगी कि अगर वो आंदोलन का आह्वान करते हैं तो क्या आप ख़ुद को नियंत्रित कर पाएंगे ?
बंगाल के मुर्शिदाबाद को कौन जला रहा है ये समझने के लिए आपको बहुत ज़्यादा रॉकेट साइंस नहीं पढ़ना पढ़ेगा बस राज्य की मुख्यमंत्री के कुछ बयान सुन पढ़ लीजिये। वो भी नहीं पढ़ पा रहे तो 8 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक के हालातों को देखते हुए सीएम की भूमिका देख लीजिये। ख़ुद सोचिये यही सब यूपी में हुआ होता तो क्या उत्पातियों को 8 दिन मिलते ये सब करने के लिए ? या 8 घंटे में उनका इलाज बंध गया होता ? मुझे आपको बताने की ज़रूरत नहीं है, तो फिर यूपी में हो सकता है दंगा कंट्रोल तो फिर बंगाल में क्यों नहीं हो पा रहा ?
कंट्रोल हो नहीं पा रहा या कंट्रोल करना नहीं चाहती सरकार ये आम जनता को अब समझना होगा। खैर, वक़्फ़ क़ानून के विरोध में जिस तरह से मुर्शिदाबाद जला, BSF के जवान उतारे तो उनको भी निशाना बनाया गया, अब यही मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुँचा और SIT से जांच कराने की याचिका लगाई गई है। मोटे मोटे तौर पर समझिये कि इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट की एंट्री हो गई है।
दरअसल मुर्शिदाबाद में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने हिंसा और मौतों की जांच के लिए विशेष टीम बनाने और सुप्रीम कोर्ट से इस जांच की निगरानी करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि SC को लोगों की जान बचाने और हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिये। सिर्फ़ शशांक शेखर ही नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने बंगाल मामले पर क्या कुछ कहा है वो भी आपको ज़रूर सुनना चाहिये ?