इंडियन नेवी के निशाने पर था कराची! वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कर दिया बड़ा खुलासा
ऑपरेशन सिंदूर में इंडियन नेवी के निशाने पर था कराची पोर्ट. वाइस एडमिरल ने इस संबंध में तीनों सेनाओं की साझा पीसी में बड़ा खुलासा किया.

भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है. पाक से बढ़ते प्रोपेगेंडा के बीच तीनों सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इसमें सेना ने पाक पर हुई सैन्य कार्रवाई का सबूत दिया. तमाम बातों और सबूतों में जो बात सबसे बड़ी निकलकर सामने आई वो है, नेवी का कराची प्लान. भारतीय नौसेना के डायरेक्टर जनरल नेवल ऑपरेशन्स (DGNO) वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने पीसी के दौरान बताया कि पहलगाम हमले के बाद भारतीय नौसेना की कैरियर बैटल ग्रुप, सतह से लड़ने वाली यूनिट्स, पनडुब्बियां और नौसैनिक विमानन संसाधन युद्ध की पूरी तैयारी के साथ समुद्र में तैनात कर दिए गए. उन्होंने बताया कि आतंकी हमले के 96 घंटों के भीतर अरब सागर में कई हथियार परीक्षणों के दौरान हमने अपनी रणनीति और संचालन प्रक्रियाओं को परखा और बेहतर किया. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय नौसेना की ताकतवर और दमदार मौजूदगी ने पाकिस्तान को उसकी नौसेना और वायुसेना को बंदरगाहों और तटीय इलाकों तक सीमित रहने को मजबूर कर दिया, जिन्हें लगातार मॉनिटर किया गया.
वाइस एडमिरल प्रमोद ने आगे बताया कि हमारी जवाबी कार्रवाई संयमित, संतुलित, गैर-उत्तेजक और जिम्मेदारी पूर्ण रही है. हमने ऐसे ठिकानों को लक्ष्य बनाने की तैयारी कर रखी थी, जिन पर ज़रूरत पड़ने पर हमला किया जा सके. जिनमें कराची भी शामिल था. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय नौसेना अभी भी समुद्र में पूरी ताकत के साथ डटी हुई हैं और किसी भी शत्रुतापूर्ण हरकत का निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार है.
भारतीय नौसेना ने खोली पाकिस्तान की सबूतों के साथ पोल
पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार कर रहा है कि भारत ने उसके सैन्य प्रतिष्ठानों और एयरबेसों पर सटीक हमले किए हैं, लेकिन उपग्रह से प्राप्त तस्वीरें उसके खोखले दावों की पोल खोल रही हैं, पाक इस बात को अब तक नहीं पचा पा रहा है कि उसका रडार सिस्टम, वायु रक्षा प्रणाली और पूरी वायु सेना की ताक़त और नाकामी एक्सपोज़ कर दिया.
चीनी कंपनी मिजाजविजन द्वारा प्राप्त सैटेलाइट इमेज में पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर हुए नुकसान को दिखाया गया है, जो इसकी सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक हवाई पट्टियों में से एक है. सैटेलाइट इमेज में साइट पर ध्वस्त बुनियादी ढांचे और ग्राउंडेड सपोर्ट व्हीकल दिख रहे हैं.
पाक आर्मी के मुख्यालय के पास है नूर खान एयरबेस
रावलपिंडी में स्थित नूर खान एयरबेस, पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय के बहुत करीब है. भारतीय हमलों से पाकिस्तान को झटका लगा है. इसने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली की खामियों और उसकी रक्षा करने में पड़ोसी देश की अक्षमता को भी उजागर किया.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई पाकिस्तानी एयरबेसों पर भारत के लक्षित हमलों ने भारी क्षति पहुंचाई जिससे वहां से हमले शुरू करने में पाकिस्तान असमर्थ रहा. उसके रक्षा प्रतिष्ठानों को एक रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक झटका भी लगा है.
जैकबाबाद एयरबेस को भी नुकसान पहुंचा है. एक भारतीय फर्म (कावास्पेस) द्वारा जारी सैटेलाइट इमेज में जैकबाबाद एयरबेस पर हुए नुकसान को दर्शाया गया है. तस्वीरों के अनुसार, एयरबेस के मुख्य एप्रन पर हैंगर तबाह हो गया है, जबकि एटीसी बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचने का संदेह है.
कावास्पेस द्वारा अलग-अलग तस्वीरों में पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस पर हुए नुकसान को दर्शाया गया है. तस्वीर के अनुसार, एक हैंगर क्षतिग्रस्त दिख रहा है, जिसमें मलबा और संरचनात्मक क्षति दिखाई दे रही है.
पाकिस्तानी एयरबेस पर तबाही की सैटेलाइट तस्वीरें एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने शेयर की हैं.
उल्लेखनीय है कि इन एयरबेस पर भारत के समन्वित और सटीक हमलों ने पाकिस्तान की हवाई क्षमताओं को रणनीतिक रूप से ध्वस्त कर दिया. इसने न केवल पाकिस्तान की लड़ने की क्षमता खत्म कर दी, बल्कि उसे आगे की आक्रामकता के बारे में सोचने से भी रोक दिया.
पाकिस्तान के एयरबेस के विनाश ने यह स्पष्ट संदेश भी दिया कि भारत के खिलाफ उकसावे या आक्रामकता की कोई भी कार्रवाई उसके लिए विनाशकारी साबित होगी.