जेपी नड्डा बने रहेंगे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पहलगाम हमले के कारण टला पार्टी प्रेसिडेंट का चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव को लेकर इस वक्त एक अहम जानकारी सामने आई है, खबर है कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ही फिलहाल पार्टी के मुखिया के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे

Google
BJP: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव को लेकर इस वक्त एक अहम जानकारी सामने आई है, खबर है कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ही फिलहाल पार्टी के मुखिया के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे. दरअसल, खबर यह थी कि बीजेपी के संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव मई में होगा और पार्टी को नया अध्यक्ष मिलेगा, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद बने हालातों को देखते हुए फिलहाल इस चुनाव को टाल दिया गया है. हालांकि अभी यह जानकारी स्पष्ट नहीं हुई है कि अब संगठन में अध्यक्ष पद का चुनाव कब होगा.
पहलगाम हमला बना कारण
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव फिलहाल पहलगाम आतंकी हमले की वजह से टला है. पहले यह चुनाव अगले महीने यानी मई में होना था लेकिन केंद्र को सत्ता में होने के कारण पार्टी नेतृत्व का पूरा ध्यान मौजूदा स्थिति पर है यही वजह है कि चुनाव को कुछ दिनों के बाद करवाए जाने को लेकर सहमति बनी है. जानकारी देते चले कि बीजेपी के अध्यक्ष चुनाव के लिए देशभर के 50 प्रतिशत राज्यों में संगठनात्मक चुनाव होना जरूरी है, जिसमें बूथ, मंडल और जिला स्तर पर पार्टी नेतृत्व चुनाव करवाता है. इसके पहले सदन में भी खुद गृहमंत्री अमित शाह ने अध्यक्ष पद के चयन में हो रही देरी पर विपक्ष के आरोपों आर जवाब देते हुए कहा था कि हमारी पार्टी करोड़ो कार्यकर्ताओं की पार्टी है और कार्यकर्ता को अध्यक्ष को चुनते है इसलिए नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तस्वीर साफ होने में देरी हो रही है.
जेपी नड्डा 2019 से हैं पार्टी प्रमुख
लोकसभा चुनाव 2019 के बाद जेपी नड्डा ने कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर पार्टी प्रमुख जिम्मेदारी निभाई थी, जिसके बाद 2020 में उन्हें सर्वसम्मति से उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. इसके पहले बीजेपी के अध्यक्ष पद पर वर्तमान केंद्रीय मंत्री अमित शाह काबिज थे. पिछले लोकसभा चुनाव 2024 के चलते जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाया गया था लेकिन चुनाव के बाद जेपी नड्डा को सरकार में मंत्री बनाया गया जिसके बाद पार्टी संगठन में अध्यक्ष पद का चुनाव होना था लेकिन किन्हीं कारणवश लगातार चुनाव टलता जा रहा है.
बीजेपी के लिए अध्यक्ष चुनना बड़ी चुनौती
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के संविधान के अनुसार होता है, इसके लिए पहले राज्यों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव होता है, हालांकि सत्ताधारी बीजेपी के लिए नए अध्यक्ष का चुनाव करवाना और नाम फाइनल करना बड़ी चुनौती भी है, क्योंकि उत्तर दक्षिण विभाजन के संतुलन बनाए रखने के साथ, भाषा विवाद, क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण इन सब बिंदुओं का पार्टी को ध्यान रखना होगा.