'भारत अब आतंकियों और उसके सरपरस्तों में कोई फर्क नहीं करेगा...', रूस में DMK सांसद कनिमोझी ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए तगड़ी चेतावनी दी
भारतीय डेलिगेशन में शामिल डीएमके सांसद कनिमोझी ने रूस के मॉस्को में रूसी सदस्यों से मुलाकात कर कहा कि 'अगर देश पर फिर से हमला हुआ, तो आतंकवादी और उनके संरक्षकों में कोई भेदभाव नहीं होगा. जवाहरलाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी ने भारत-पाकिस्तान के बीच स्थाई शांति की कई कोशिशें की हैं.'

आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को पूरी दुनिया में बेनकाब करने के लिए विदेश दौरे पर गए भारतीय डेलिगेशन के सदस्यों में से एक डीएमके सांसद कनिमोझी ने रूस में पड़ोसी मुल्क की जमकर बखिया उधेड़ी है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के स्पष्ट और कड़े रुख को दोहराते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है. कनिमोझी ने कहा कि भारत किसी भी हल्के बहाने को स्वीकार नहीं करेगा और न ही आतंकवादी मामलों में आंखे मूंद कर रहेगा.
'आतंकवादियों और उनके संरक्षकों में कोई फर्क नहीं करेंगे'
रूस के मॉस्को में रूसी सदस्यों से मुलाकात में कनिमोझी ने कहा कि अगर देश पर फिर से हमला हुआ, तो आतंकवादी और उनके संरक्षकों में कोई फर्क नहीं करेंगे. जवाहरलाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी ने भारत-पाकिस्तान के बीच स्थाई शांति की कई कोशिशें की हैं, लेकिन आतंकवादी हमलों ने इन कोशिशों को अक्सर बाधित किया है. इन हमलों का सूत्र हमेशा पाकिस्तान की ओर जाता है. इसलिए भारत अब कोई बहाना नहीं सहेगा.'
'पाकिस्तान ने UNSC में आतंकी संगठन का किया बचाव'
कनिमोझी ने यह भी कहा कि 'मैं पहलगाम हमले की निंदा करती हूं, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली थी. जो लश्कर-ए -तैयबा का प्रॉक्सी समूह है. इन सबके बावजूद पाकिस्तान ने उसे आतंकी संगठन घोषित होने से बचाया और UNSC में नामित होने से बचाने की लिए झूठ का सहारा लिया.
'गुरुद्वारा, मंदिरों, आवासीय इलाकों को बनाया निशाना'
डीएमके सांसद कनिमोझी ने यह भी कहा कि 'अगर आतंकवादी संगठन इस हमले की जिम्मेदारी लेता है तो उसे पाकिस्तान संरक्षण देता है और भारत की तरफ से न्याय पाने का रास्ता रोक देता है. भारत ने पूरी जिम्मेदारी के साथ आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया, ताकि आम लोग प्रभावित न हों. इसके बावजूद पाकिस्तान ने गुरुद्वारा, मंदिरों, आवासीय इलाकों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. रूस के विदेश मंत्रालय ने आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से काम करने की प्रतिबद्धता जताई है.'