आतंकी देश पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए भारत का डेलिगेशन तैयार, जानें कौन सी टीम किस देश का करेगी दौरा
विदेशी दौरे पर जाने वाली प्रतिनिधिमंडल को 7 टीमों में बांटा गया है. इनमें 51 नेता और 8 राजदूत हैं. इसमें एनडीए के 31 और दूसरे दलों के 20 नेता हैं, जिनमें से 3 कांग्रेस के नेता हैं. यह प्रतिनिधिमंडल UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेगी.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को दुनिया के बाकी देशों तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ा और कड़ा कदम उठाया है. इसके तहत 7 प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग देशों में भेजा जाएगा और यह सदस्य दुनियाभर में यह बताने की कोशिश करेंगे कि पाकिस्तान किस तरीके से आतंकवाद को फैलाता है और भारत ने इस बार किस तरीके से मुंहतोड़ जवाब दिया है. केंद्र सरकार ने शनिवार देर रात 59 सदस्यों वाले एक डेलिगेशन की घोषणा की है, इसमें 40 सांसद होंगे.
विदेशी दौरे पर जाने वाले डेलिगेशन को 7 टीमों में बांटा गया है. इनमें 51 नेता और 8 राजदूत हैं. इसमें एनडीए के 31 और 20 दूसरे दलों के हैं, जिनमें से तीन कांग्रेस के नेता भी है. यह प्रतिनिधिमंडल UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेंगे. इसी के साथ ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान जिस तरीके से आतंकवाद को प्रायोजित करता है, यह सारी चीज रखते हुए नजर आएंगे. यह डेलिगेशन कब रवाना होगा. इसको लेकर कोई तारीख नहीं आई है, लेकिन उम्मीद कि 23 या 24 मई को भारत से इस प्रतिनिधिमंडल को रवाना किया जा सकता है. इस प्रतिनिधिमंडल के सभी 7 ग्रुप में एक सांसद को लीडर बनाया गया है. हर एक ग्रुप में 8 से 10 सदस्य रखे गए हैं, अब आपको विस्तार से बताते है कि कौन सा ग्रुप किस देश का दौरा करेगा और उसका नेतृत्व कौन करेगा.
ग्रुप -1
विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का पहला ग्रुप सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया का दौरा करेगा. इसका नेतृत्व बैजयंत पांडा करेंगे जो कि भाजपा के सांसद है. इनकी टीम में निशिकांत दुबे, बीजेपी सांसद फगनन कोन्याक, बीजेपी सांसद रेखा शर्मा, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, मनोनीत सदस्य सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और हर्ष श्रींगला राजदूत है.
ग्रुप-2
यह ग्रुप फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय यूनाइटेड, इटली और डेनमार्क जाएगा. इसका नेतृत्व रविशंकर प्रसाद करेंगे, जो कि भाजपा के सांसद है. इनकी टीम में डॉक्टर दग्गुबाती पुरेंदेश्वरी जो कि भाजपा की सांसद है, प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना यूबीटी) सांसद, गुलाम अली खटाना मनोनीत, डॉक्टर अमर सिंह कांग्रेस सांसद, समिक भट्टाचार्य भाजपा सांसद, एमजे अकबर मनोनीत और पंकज सारंग राजपूत हैं.
ग्रुप-3
यह ग्रुप इंडोनेशिया, मलेशिया, साउथ कोरिया, जापान और सिंगापुर जाएगा. इस ग्रुप को संजय कुमार झा लीड करेंगे, जो जेडीयू सांसद हैं. इनकी टीम में अपराजिता सारंग भाजपा सांसद, यूसुफ पठान टीएमसी सांसद, बृजलाल भाजपा सांसद, डॉक्टर जॉन ब्रिटास CPIM सांसद, प्रधान बरुआ भाजपा सांसद, डॉक्टर हेमांग जोशी भाजपा सांसद, सलमान खुर्शीद कांग्रेस नेता और मोहन कुमार राजदूत हैं.
ग्रुप-4
यह ग्रुप संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन जाएगा. श्रीकांत एकनाथ शिंदे इस ग्रुप को लीड करेंगे, उनके अंडर बांसुरी स्वराज भाजपा सांसद, ईटी मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग भाजपा सांसद, डॉक्टर सस्मित पात्रा, मनन कुमार मिश्रा, एसएस अहलूवालिया और सुजन चिनॉय राजदूत हैं.
ग्रुप-5
यह ग्रुप यूएसए,पनामा, गुयाना, ब्राज़ील और कोलंबिया जाएगा. इस ग्रुप को लीड करेंगे शशि थरूर जो कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद है. इस एक नाम पर सबसे ज्यादा राजनीति हो रही है. हालांकि देश की बात है ,राष्ट्र की बात है इसीलिए केंद्र सरकार ने शशि थरूर को कांग्रेस की तरफ से चुना है. इनके अंडर लोजपा की सांसद शम्भवी, डॉक्टर सरफराज अहमद, जीएम हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, मिलिंद देवड़ा, तरनजीत सिंह संधू (राजदूत) , तेजस्वी सूर्या हैं.
ग्रुप-6
यह ग्रुप स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस जाएगा, इस ग्रुप की कमान कनिमोझी करुणा निधि करेंगी, जो डीएमके सांसद हैं. इनकी टीम में सपा सांसद राजीव राय, मियां अल्ताफ अहमद, कैप्टन बृजेश चौटा, प्रेमचंद गुप्ता, डॉक्टर अशोक कुमार मित्तल, मंजीव एसपुरी, जावेद अशरफ (राजदूत) हैं.
ग्रुप-7
इस ग्रुप के सदस्य मिस्त्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ़्रीका जाएंगे. इसकी कमान सुप्रिया सुले के हाथों में होगी. जो की एनसीपी सांसद है. इनकी टीम में राजीव प्रताप रूडी, विक्रमजीत सिंह साहनी, मनीष तिवारी, अनुराग सिंह ठाकुर, लावू श्री कृष्णा देवरालू ,आनंद शर्मा, वी मुरलीधरन और सैयद अकबरुद्दीन राजपूत हैं.
बताते चले कि इन प्रतिनिधिमंडलों के लिए कांग्रेस ने 4 नाम दिए थे और इनमें से केवल एक नाम को चुना गया. कांग्रेस नाराज है कि उसकी तरफ से जो नाम दिया गया था. उसमे शशि थरूर का नाम नहीं है. शशि थरूर के नाम पर सबसे ज्यादा नाराजगी है कि मोदी सरकार सांसदों के नाम पर राजनीति कर रही है जबकि भाजपा के कई नेता सवाल पूछ रहे हैं कि अगर कांग्रेस को किस बात पर आपत्ति है. शशि थरूर काफी वक्त से भारत को इंटरनेशनल लेवल पर डिफेंस करते हुए नजर आए हैं. वह भारत का पक्ष रखते हुए मोदी सरकार की तारीफ करते नजर आए हैं. कांग्रेस आलाकमान उनसे नाराज है, हालांकि अब सब कुछ फाइनल हो गया है. भारत की तरफ से जो डेलिगेशन दुनिया के बाकी देशों में जाएगा. वह कैसे आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को चोट मारने की कोशिश करेगा. दूसरी तरफ आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि भारत ने इतना बड़ा फैसला लिया, तो नकलची पाकिस्तान ने भी अपना एक डेलिगेशन तैयार किया है. जिसका नेतृत्व बिलावल भुट्टो करेंगे.