Advertisement

जयपुर के चौमूं में धार्मिक स्थल विवाद के बाद हुई हिंसा के मामले में 110 लोग गिरफ्तार, इंटरनेट बंद करने की अवधि बढ़ाई गई

इस हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 11 महिलाओं समेत 110 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पत्थर फेंकने वालों की पहचान के बाद गिरफ्तारियां की गईं. स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.

राजस्थान के जयपुर के पास चौमूं कस्बे में शनिवार को एक धार्मिक स्थल के बाहर रेलिंग लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई हिंसा के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.

इंटरनेट बंद करने की अवधि बढ़ाई गई

इसी बीच, अफवाहों को फैलने से रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए, प्रशासन ने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया सेवाओं पर रोक को अगले 24 घंटे के लिए, यानी रविवार सुबह 7 बजे तक के लिए, बढ़ा दिया है.

डिविजनल कमिश्नर पूनम ने पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मिलने के बाद इंटरनेट बंद करने के आदेश जारी किए.

यह बैन, जो शनिवार सुबह 7 बजे खत्म होने वाला था, संवेदनशील स्थिति को देखते हुए बढ़ा दिया गया है. अधिकारियों का मानना ​​है कि सोशल मीडिया पर फैल रही गलत जानकारी से तनाव और बढ़ सकता है.

कैसे भड़की हिंसा?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य बस स्टैंड के पास एक धार्मिक स्थल के पास से पत्थर हटाने और लोहे की रेलिंग और बाउंड्री वॉल लगाने को लेकर हिंसा भड़की थी.

अधिकारियों के अनुसार, सड़क किनारे पड़े पत्थरों को हटाने के लिए एक लोकल कम्युनिटी के साथ समझौता हुआ था. हालांकि, बाद में जब उस जगह पर लोहे की रेलिंग लगाई गई तो तनाव बढ़ गया. जब शुक्रवार को सुबह करीब 3 बजे पुलिस और एडमिनिस्ट्रेटिव टीमें उस जगह से, जिसे वे अवैध कब्जा बता रहे थे, हटाने पहुंचीं, तो आरोप है कि भीड़ हिंसक हो गई और पत्थर फेंकने लगी, जिससे छह पुलिसकर्मी घायल हो गए.

110 लोग गिरफ्तार, महिलाओं भी शामिल

इस हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 11 महिलाओं समेत 110 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पत्थर फेंकने वालों की पहचान के बाद गिरफ्तारियां की गईं. स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.

अधिकारियों ने बताया कि सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इलाके में हाई सिक्योरिटी, फ्लैग मार्च जारी

शांति बनाए रखने के लिए चौमूं को प्रभावी ढंग से हाई-सिक्योरिटी जोन में बदल दिया गया है. इलाके में लगातार फ्लैग मार्च किए जा रहे थे. हालांकि बाजार और ट्रैफिक अभी सामान्य रूप से चल रहे हैं, लेकिन संवेदनशील इलाकों में पुलिस हाई अलर्ट पर है. प्रशासन ने निवासियों से अफवाहों पर ध्यान न देने, अधिकारियों का सहयोग करने और शांति बनाए रखने में मदद करने की अपील की है.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →