कांग्रेस के सैकड़ों मुस्लिम कार्यकर्ताओं का इस्तीफा, सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ भड़का गुस्सा, क्या है इसकी वजह
कर्नाटक के मंगलुरु में उस वक्त सियासी हलचल तेज हो गई, जब कांग्रेस के सैकड़ों मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस सामूहिक विरोध का नेतृत्व एक विशेष बैठक में किया गया. जहां कार्यकर्ताओं ने साफ तौर पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की.

कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ कांग्रेस के मुस्लिम कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है. इन सभी कार्यकर्ताओं ने राज्य में लगातार हो रही मुस्लिम युवाओं की हत्याओं पर अपना गुस्सा जताया है, जिसकी वजह से एक साथ सैंकड़ों मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इन लोगों की शिकायत है कि कर्नाटक सरकार इन हत्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है और लगातार चुप्पी साध रखी है.
एक साथ सैकड़ों मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा
बता दें कि कर्नाटक के मंगलूरू में उस वक्त सियासी हलचल तेज हो गई, जब कांग्रेस के सैकड़ों मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस सामूहिक विरोध का नेतृत्व एक विशेष बैठक में किया गया. जहां कार्यकर्ताओं ने साफ तौर पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. वहीं मंगलूरू के पूर्व मेयर अशरफ ने कांग्रेस की जिला इकाई के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह सांप्रदायिक हिंसा और नफरत फैलाने वाले अपराधों को रोकने में नाकाम है.
क्या है युवाओं की हत्या का मामला
जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में 32 साल के एक मुस्लिम युवक अब्दुल रहमान उसके साथी कलंदर शफी की दक्षिण कन्नड़ जिले में घेर कर मार डाला गया था. इसके अलावा इसी जिले में एक हिंदू नेता सुहास शेट्टी की भी हत्या कर दी गई थी, जिसकी वजह से मुस्लिम समाज के अंदर सरकार के खिलाफ उबाल देखने को मिल रहा है.
इन घटनाओं पर क्या बोले सीएम सिद्धारमैया?
इन घटनाओं को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सख्ती दिखाते हुए तुरंत एक्शन लिया था. इनमें तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे. इसके अलावा यह भी ऐलान किया गया था कि सरकार प्रदेश में एक कम्युनल वॉयलेंस कंट्रोल फोर्स नाम का विशेष बल तैयार करेगी. जो कर्नाटक के मंगलूरू, उडुपी और शिवमोग्गा जैसे जिलों में किसी भी सांप्रदायिक हिंसा को रोकने में बड़ी भूमिका निभाएगा.