ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की गूंज... मुस्लिम देशों का सबसे बड़ा 'दुश्मन' भारत से खरीदेगा ₹150 करोड़ के हथियार
इजरायल ने भारत से 150 करोड़ रुपये के रॉकेट लॉन्चर का सौदा किया है. यह सौदा भारत के हथियारों की वैश्विक पहचान को बढ़ाएगा साथ ही आत्मनिर्भर भारत मिशन को समर्थन देगा. ऑपरेशन सिंदूर का असर अब दुनिया भर में दिखने लगा है.

दुनिया में इजरायल सबसे बुरी तरह आतंकवाद और दहशतगर्दी की मार झेल रहा है. इजरायल-हमास के जंग को लगभग डेढ़ साल का समय बीत चुका है लेकिन संघर्ष अभी भी जारी है. इसी बीच ख़बर आ रही है कि इजरायल अब भारत से हथियार खरीदेगा. दरअसल 22 अप्रैल को हुए टेरर अटैक के बाद भारत ने इस हमले के दोषियों को सजा देने के लिए जब ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. तब भी इजरायल भारत के पक्ष में खड़ा रहा. इज़रायल ने कहा कि पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला करना भारत का अधिकार है और भारत को ऐसा करना चाहिए. भारत आतंकवाद और दहशतगर्दी से बुरी तरह प्रभावित मुल्क है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी भारतीय हथियारों की मांग
ऑपरेशन सिंदूर जैसी बड़ी कार्रवाई के बाद भारत पूरी दुनिया पर छा गया. दुनिया की नजर में भारत के हथियारों का डंका बचा. ऐसे में इजरायल भी भारत से हथियार खरीद रहा है. बता दें कि इजरायल के हथियार और डिफेंस सिस्टम की चर्चा दुनियाभर में होती है. जिसके पीछे कवच बनकर अमेरिका और यूरोपीय देश खड़ा रहते हैं. दरअसल, इजरायल ने भारत की निबे लिमिटेड कंपनी के साथ 1.75 करोड़ डॉलर यानी 150 करोड़ रुपये का रॉकेट लॉन्चर का सौदा किया है. निबे देश की एक प्रमुख कंपनी है जो अहम डिफेंस सिस्टम बनाती है. उसने इजरायल से मिले इस परचेज ऑडर की घोषणा की है.
यह ऑर्डर यूनिवर्सल रॉकेट लॉन्चर के लिए है. इस रॉकेट लॉन्चर की क्षमता 300 किमी है. इस रॉकेट लॉन्चर की तकनीक बेहद एडवांस है. पहली बार इस रॉकेट लॉन्चर को ग्लोबल मार्केट के लिए प्रोड्यूस किया जा रहा है. ऐसे में इजरायल से पहली डील होना बड़ी बात है. जानकार इसे निबे लिमिटेड और भारत के डिफेंस मैनुफैक्चरिंग सेक्टर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं. द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक निबे ने कहा है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन के साथ खड़े हैं. हम भारत की धरती पर ग्लोबल स्तर के हथियार बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने शानदार वीरता का परिचय दिया और कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान की एयरफोर्स की कमर तोड़ दी. उस पाकिस्तान की जिसकी वायु सेना चीनी हथियारों से दम पर ऐसे उछल रही थी कि मानों वह दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बन गई हो. लेकिन, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में 70 फीसदी से अधिक देसी हथियारों का इस्तेमाल किया और चंद घटों के भीतर पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया. पाकिस्तान से सारे चीनी हथियार फुस्स हो गए. इस ऑपरेशन के बाद भारत के ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश डिफेंस सिस्टम और अन्य हथियारों को वैश्विक पहचान मिली है. हालांकि यह एक छोटा सौदा है लेकिन इसका सांकेतिक महत्व काफी अधिक है. इजरायल जैसे देश अगर भारत के हथियारों पर भरोसा जता रहे हैं तो इससे दुनिया में भारत के हथियारों पर भरोसा बढ़ेगा और आने वाले समय में इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा.