Advertisement

सिक्किम में आफ़त की बारिश: लैंडस्लाइड से रास्ते बंद, नदियों में उफान से हालात भयावह, 1500 से ज़्यादा पर्यटक फंसे

लगातार बारिश से सिक्किम में लैंडस्‍लाइड हो गया. जिस वजह से विभिन्‍न रूट को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्‍त हो गई हैं और वहां घूमने गए पर्यटक फंस गए. स्‍थानीय प्रशासन ने कम से कम 1500 पर्यटकों के विभिन्न जगहों पर फंसने की बात कही है. दूसरी तरफ, नदियों का जलस्‍तर बढ़ने से हालात और भी गंभीर बन गए हैं.

01 Jun, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
11:45 PM )
सिक्किम में आफ़त की बारिश: लैंडस्लाइड से रास्ते बंद, नदियों में उफान से हालात भयावह, 1500 से ज़्यादा पर्यटक फंसे

दक्षिण पश्चिम मानसून एक्टिव हो चुका है. इसके एक्टिव होने के बाद पूर्वोत्तर भारत के विभिन्‍न राज्‍यों में मूसलाधार बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. इस वजह से असम से लेकर मणिपुर तक बाढ़ के हालात बने हुए हैं. सिक्किम में भी भारी बारिश हो रही है, जिससे हालात बेहद खराब हो चुके हैं. लैंडस्‍लाइड और नदियों में उफान ने पहाड़ी राज्‍य में स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है. लगातार बारिश से सिक्किम में लैंडस्‍लाइड हो गया. जिस वजह से विभिन्‍न रूट को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्‍त हो गई हैं. इस वजह से आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है जिससे वहां घूमने गए पर्यटक फंस गए हैं. स्‍थानीय प्रशासन ने कम से कम 1500 पर्यटकों के विभिन्न जगहों पर फंसने की बात कही है. दूसरी तरफ, नदियों का जलस्‍तर बढ़ने से हालात और भी गंभीर बन गए हैं.

प्रशासन ने जारी की सूचना
सिक्किम के उत्तरी जिले में लगातार भारी बारिश और लैंडस्‍लाइड के कारण हालात गंभीर बने हुए हैं. शनिवार को जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि भूस्खलनों के चलते मुख्य सड़कों का संपर्क टूट गया है जिस वजह से लगभग 1,500 पर्यटक लाचेन और लाचुंग क्षेत्रों में फंसे हुए हैं. मंगलवार रात मंगन जिले में एक पर्यटक वाहन के तीस्ता नदी में गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, दो घायल हुए और आठ अब भी लापता हैं. यह हादसा मुनसिथांग के पास लाचेन-लाचुंग हाईवे पर हुआ, जहां वाहन लगभग 1,000 फीट नीचे नदी में गिर गया. मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम डेचु भूटिया ने बताया कि लाचेन में 115 और लाचुंग में 1,350 पर्यटक फंसे हुए हैं. उन्‍होंने बताया कि दोनों दिशाओं से रास्ते बंद हैं. पर्यटकों को उनके होटलों में ही रहने की सलाह दी गई है. रास्ते साफ होते ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा.

बचाव अभियान में हो रही दिक्कत
भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में भी बाधा आई है. शुक्रवार दोपहर से बाधित बिजली आपूर्ति शनिवार शाम को बहाल कर दी गई, जबकि पेयजल की आपूर्ति को रविवार तक बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है. मोबाइल नेटवर्क भी लगभग 24 घंटे बाद दोपहर 3 बजे के आसपास बहाल किया गया. चुंगथांग उपखंड में वर्षा की तीव्रता सबसे अधिक रही. तीस्ता नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बचाव कार्य और जटिल हो गए हैं. जिला कलेक्‍टर अनंत जैन खुद घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीव्र बारिश और उफनती तीस्ता नदी के चलते लापता आठ पर्यटकों की खोज अस्थायी रूप से रोक दी गई है. उन्‍होंने बताया कि मौसम में सुधार होने पर खोज दोबारा शुरू की जाएगी.

घायल दो पर्यटकों को गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लापता पर्यटकों में ओडिशा के चार, त्रिपुरा के दो और उत्तर प्रदेश के दो शामिल हैं. वाहन चालक भी लापता हैं. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस क्षेत्र में फिलहाल किसी भी पर्यटक को यात्रा की अनुमति नहीं दी जा रही है. हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यों में पूरी तरह जुटा हुआ है और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं.

टिप्पणियाँ 0

Advertisement
Podcast video
‘ना Modi रूकेंगे,ना Yogi झुकेंगे, बंगाल से भागेंगीं ममता, 2026 पर सबसे बड़ी भविष्यवाणी Mayank Sharma
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें