नींद की कमी से मोटापे का खतरा...7 घंटे से कम सोते हैं तो हो जाएं अलर्ट!
नींद केवल आराम करने का ज़रिया नहीं है, बल्कि यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म, हार्मोनल संतुलन और समग्र स्वास्थ्य के लिए एक आधार है. जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो यह सीधे आपके वजन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है.

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अक्सर लोग अपनी नींद से समझौता कर लेते हैं. काम का दबाव, देर रात तक मोबाइल या टीवी देखना, और तनाव जैसी कई वजहों से हम में से कई लोग हर रात 7-8 घंटे की ज़रूरी नींद नहीं ले पाते. अगर आप भी उनमें से हैं जो सोचते हैं कि कम नींद से क्या फर्क पड़ता है, तो रुक जाइए! वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि अगर आप लगातार 7 घंटे से कम सोते हैं, तो आपका शरीर एक गुब्बारे की तरह फूल सकता है, यानी वजन तेजी से बढ़ सकता है.
नींद केवल आराम करने का ज़रिया नहीं है, बल्कि यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म, हार्मोनल संतुलन और समग्र स्वास्थ्य के लिए एक आधार है. जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो यह सीधे आपके वजन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है.
क्यों 7 घंटे से कम नींद बढ़ा सकती है आपका वजन?
जब शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, तो वह कई तरीकों से प्रतिक्रिया करता है, जिनमें से कई वजन बढ़ने का कारण बनते हैं. हार्मोनल असंतुलन वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है. जब आप कम सोते हैं, तो भूख हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे आपको बहुत ज़्यादा भूख लगती है, खासकर कार्बोहाइड्रेट और वसायुक्त (फैट वाले) भोजन की. नींद की कमी से आपका पेट भरा होने पर भी आपको संतुष्टि महसूस नहीं होती और आप लगातार खाते रहते हैं.
कम नींद से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर भी बढ़ता है. कोर्टिसोल पेट के आसपास वसा जमा करने को बढ़ावा देता है. पर्याप्त नींद न मिलने पर शरीर ऊर्जा बचाने के लिए अपने मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देता है. इसका मतलब है कि आपका शरीर कम कैलोरी बर्न करता है, भले ही आप आराम कर रहे हों. जब कैलोरी कम बर्न होती हैं और आप ज़्यादा खाते हैं, तो वजन बढ़ना स्वाभाविक है.
नींद आपके वजन को कंट्रोल में रखने का एक अहम हिस्सा है. इसे कम आंकना आपको मोटापे और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं की ओर धकेल सकता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर गुब्बारे की तरह न फूले और आप स्वस्थ और ऊर्जावान रहें, तो आज से ही अपनी नींद को प्राथमिकता देना शुरू करें.