'लव जिहाद' के खिलाफ कांवड़ यात्रा में संदेश, 'तू काली बन, दुर्गा बन... लेकिन बुर्के वाली मत बन' बड़ौत के सचिन बैसला का अनोखा संदेश
बड़ौत में इस साल की सावन कांवड़ यात्रा में एक अलग संदेश देखने को मिला. लोनी निवासी सचिन बैसला ने अपनी कांवड़ पर विशेष संदेश लिखकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया.

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इस साल की सावन कांवड़ यात्रा में जहां एक ओर भक्ति और आस्था का सैलाब देखने को मिला, वहीं लोनी निवासी सचिन बैसला ने अपनी विशेष कांवड़ के माध्यम से समाज को एक अलग संदेश देने की कोशिश की. उनकी कांवड़ पर लिखा था, "तून काली बन, दुर्गा बन... लेकिन बुर्के वाली मत बन", जिसने यात्रियों और स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया.
सचिन बैसला ने हिन्दू लड़कियों को जागरूक होने का दिया संदेश
सचिन बैसला ने इस संदेश को समाज में जागरूकता फैलाने की एक पहल बताया. उन्होंने कहा, "भगवान शिव के जलाभिषेक के साथ-साथ मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि आज की बहन-बेटियों को काली और दुर्गा की तरह सशक्त बनना होगा. सिर्फ परंपरा निभाने से नहीं, बल्कि अपने अधिकारों और आत्मरक्षा के लिए जागरूक होने की जरूरत है."
सचिन ने व्यक्त की भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की इच्छा
सचिन ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपनी इच्छा भी व्यक्त की. इस यात्रा में हिंदू रक्षा दल के कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल हुए, जिनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय प्रमुख संजीव जंगाल, जिलाध्यक्ष सुधीर बघेल, जिला संयोजक सुमित सूद, गौ रक्षा प्रमुख गौरव बैसला और कैलाश राजपूत प्रमुख रूप से मौजूद रहे.
कांवड़ यात्रा के दौरान कई स्थानों पर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने सचिन बैसला का गर्मजोशी से स्वागत किया. पूरा वातावरण 'जय श्री राम' और 'हर हर महादेव' के नारों से गूंज उठा.
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सचिन की यह पहल भक्ति के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता का संगम मानी जा रही है, जो युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकती है.