दवा नहीं, चुकंदर का जूस करेगा ब्लड प्रेशर कंट्रोल! बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हुआ ये नया अध्ययन
यह नया अध्ययन उन बुजुर्गों के लिए एक नई आशा लेकर आया है जो अपने हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक और प्रभावी विकल्प तलाश रहे हैं. चुकंदर का जूस, अपने नाइट्रिक ऑक्साइड के गुणों के कारण, रक्त वाहिकाओं को आराम देकर ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक है. अपने अन्य स्वास्थ्य लाभों के साथ, यह एक बेहतरीन पूरक आहार हो सकता है. लेकिन, हमेशा याद रखें कि किसी भी नए सप्लीमेंट या प्राकृतिक उपाय को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहद ज़रूरी है, खासकर यदि आप पहले से ही किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हों.
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हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप, बुजुर्गों में एक आम और गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी कई बीमारियों का कारण बन सकती है. इसे नियंत्रित करने के लिए अक्सर दवाइयों का सहारा लिया जाता है, लेकिन अब एक नए अध्ययन ने प्राकृतिक तरीके से ब्लड प्रेशर कम करने की एक उम्मीद जगाई है. वैज्ञानिकों ने पाया है कि चुकंदर का जूस (Beetroot Juice) बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर को प्रभावी ढंग से कम करने में मददगार साबित हो सकता है. यह उन बुजुर्गों के लिए एक अच्छी खबर है जो अपने ब्लड प्रेशर को दवाओं के साथ-साथ प्राकृतिक तरीकों से भी नियंत्रित करना चाहते हैं.
अध्ययन में क्या आया सामने?
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया है जिसमें पाया गया कि चुकंदर के जूस से बड़ी उम्र के लोगों का ब्लड प्रेशर कम हो सकता है. इसका कारण उनके मुंह के बैक्टीरिया में होने वाले खास बदलाव हो सकते हैं.
अध्ययन के अनुसार, नाइट्रेट शरीर के लिए जरूरी है और यह सब्जियों से भरपूर आहार के जरिए मिलता है. शोध में 30 साल से कम उम्र के 39 युवा और 60-70 साल की उम्र के 36 बुजुर्गों को शामिल किया गया. इन लोगों ने दो हफ्तों तक दिन में दो बार नाइट्रेट युक्त चुकंदर का जूस पिया और फिर दो हफ्तों तक बिना नाइट्रेट वाला प्लेसबो जूस लिया.
नतीजों में पाया गया कि बुजुर्गों में चुकंदर का जूस पीने से ब्लड प्रेशर में कमी आई, लेकिन युवाओं में यह असर नहीं दिखा. यह अध्ययन ‘फ्री रैडिकल बायोलॉजी एंड मेडिसिन’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि नाइट्रेट युक्त चुकंदर का जूस पीने से बुजुर्गों के मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया ‘प्रिवोटेला’ की मात्रा कम हुई, जबकि ‘नीसेरिया’ जैसे फायदेमंद बैक्टीरिया बढ़े. ये बदलाव मुंह में नाइट्रेट को नाइट्रिक ऑक्साइड में बदलने में मदद करते हैं. नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं के स्वस्थ कामकाज और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए जरूरी है. मुंह में गुड और बैड बैक्टीरिया के बीच असंतुलन होने पर नाइट्रेट का यह रूपांतरण कम हो सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के प्रोफेसर एंडी जोन्स ने कहा, “यह अध्ययन दिखाता है कि नाइट्रेट युक्त खाद्य पदार्थ मुंह के माइक्रोबायोम को बदलकर सूजन कम करते हैं और बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं. यह बड़े शोध के लिए रास्ता खोलता है.”
पालक, सौंफ भी विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं
प्रोफेसर एनी वन्हातालो ने बताया, “अगर आपको चुकंदर पसंद नहीं, तो पालक, सौंफ आदि जैसे नाइट्रेट युक्त विकल्प भी चुन सकते हैं.”
यह नया अध्ययन उन बुजुर्गों के लिए एक नई आशा लेकर आया है जो अपने हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक और प्रभावी विकल्प तलाश रहे हैं. चुकंदर का जूस, अपने नाइट्रिक ऑक्साइड के गुणों के कारण, रक्त वाहिकाओं को आराम देकर ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक है. अपने अन्य स्वास्थ्य लाभों के साथ, यह एक बेहतरीन पूरक आहार हो सकता है. लेकिन, हमेशा याद रखें कि किसी भी नए सप्लीमेंट या प्राकृतिक उपाय को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहद ज़रूरी है, खासकर यदि आप पहले से ही किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हों.
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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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