'No-Added Sugar' और 'Sugar-Free' के बीच confused हैं आप? समझें दोनों का सही मतलब
अगर आप अपनी कुल चीनी के सेवन को कम करना चाहते हैं, तो 'no-added sugar' वाले उत्पाद एक अच्छा कदम हैं. लेकिन अगर आप diabetes से पीड़ित हैं या आप चीनी से मिलने वाली कैलोरी को पूरी तरह से कम करना चाहते हैं, तो 'sugar-free' उत्पादों पर विचार करना ज़्यादा सही हो सकता है.

आजकल स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते लोग अक्सर पैकेज्ड फूड खरीदते समय उनके लेबल्स पर लिखी बातों पर गौर करते हैं. 'नो-एडेड शुगर' (No-Added Sugar) और 'शुगर-फ्री' (Sugar Free) जैसे शब्द उपभोक्ताओं को आकर्षित करते हैं, खासकर उन लोगों को जो चीनी का सेवन कम करना चाहते हैं या Diabetes से पीड़ित हैं. लेकिन, क्या आप इन दोनों शब्दों का सही मतलब जानते हैं? अगर आप सोचते हैं कि ये दोनों एक ही बात हैं, तो आप गलती कर रहे हैं. इन दोनों में एक बड़ा और महत्वपूर्ण अंतर है, जिसे समझना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है.
'No-Added Sugar' (बिना अतिरिक्त चीनी) का क्या मतलब है?
जब किसी उत्पाद पर 'नो-एडेड शुगर' लिखा होता है, तो इसका सीधा सा मतलब यह होता है कि उस उत्पाद को बनाते समय उसमें बाहर से कोई अतिरिक्त चीनी नहीं मिलाई गई है. यानी, पैकेजिंग के समय या प्रोसेसिंग के दौरान कोई सुक्रोज, ग्लूकोज, फ्रुक्टोज, कॉर्न सिरप, शहद, या किसी अन्य रूप की चीनी नहीं डाली गई है. लेकिन इसमें नेचुरल शुगर मौजूद होता है. जैसे फलों में प्राकृतिक रूप से फ्रुक्टोज (Fructose) नामक शर्करा होती है. अगर आप 'नो-एडेड शुगर' वाला संतरे का जूस लेते हैं, तो उसमें अतिरिक्त चीनी नहीं होगी, लेकिन फल से मिली प्राकृतिक चीनी ज़रूर होगी. ठीक वैसे ही दूध में लैक्टोज (Lactose) नामक प्राकृतिक शर्करा होती है. 'नो-एडेड शुगर' वाले दही या फ्लेवर्ड दूध में अतिरिक्त चीनी नहीं होगी, लेकिन लैक्टोज मौजूद रहेगा.
'Sugar Free' (चीनी-मुक्त) का क्या मतलब है?
वहीं, जब किसी उत्पाद पर 'शुगर-फ्री' लिखा होता है, तो इसका मतलब है कि उस उत्पाद में चीनी की मात्रा न बराबर है. खाद्य सुरक्षा नियमों के अनुसार, किसी उत्पाद को 'शुगर-फ्री' तब कहा जा सकता है जब उसमें प्रति सर्विंग (प्रति सेवारत मात्रा) 0.5 ग्राम से भी कम चीनी हो, फिर चाहे वह प्राकृतिक हो या अतिरिक्त. 'शुगर-फ्री' उत्पादों में मिठास लाने के लिए अक्सर Artificial Sweeteners का इस्तेमाल किया जाता है जैसे स्टीविया या सैकरीन.
दोनों में से किसे चुनें?
अगर आप अपनी कुल चीनी के सेवन को कम करना चाहते हैं, तो 'no-added sugar' वाले उत्पाद एक अच्छा कदम हैं. लेकिन अगर आप diabetes से पीड़ित हैं या आप चीनी से मिलने वाली कैलोरी को पूरी तरह से कम करना चाहते हैं, तो 'sugar-free' उत्पादों पर विचार करना ज़्यादा सही हो सकता है.
अब अगली बार ऐसे किसी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले आप समझ सकते हैं की उस प्रोडक्ट में कितनी चीनी है, और वह आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों के अनुरूप है या नहीं.