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देवघर में दो करोड़ की बैंक डकैती सुलझी, पुलिस ने बिहार गिरोह के 11 सदस्यों को दबोचा

पुलिस ने बैंक और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया तथा मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर अपराधियों का सुराग लगाया. कई दिनों की मेहनत और तकनीकी साक्ष्यों के सहारे पुलिस ने गिरोह के मुख्य सदस्यों को दबोच लिया.

झारखंड के देवघर जिले के मधुपुर शहर स्थित एचडीएफसी बैंक में 22 सितंबर को हुई करीब दो करोड़ रुपए की डकैती का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस वारदात में पुलिस ने 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी आरोपी बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले हैं और एक संगठित आपराधिक गिरोह से जुड़े हैं.

एचडीएफसी बैंक डकैती का पुलिस ने किया खुलासा

पुलिस ने उनके पास से एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, एक नकाब, दो एटीएम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, एक कार और 5.50 लाख रुपए बरामद किए हैं. देवघर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित चार विशेष छापेमारी दलों ने यह सफलता हासिल की है. इन टीमों ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर, सारठ, मधुपुर) और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) के नेतृत्व में झारखंड, बिहार और अन्य राज्यों में लगातार अभियान चलाया.

सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन से खुलासा 

पुलिस ने बैंक और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया तथा मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर अपराधियों का सुराग लगाया. कई दिनों की मेहनत और तकनीकी साक्ष्यों के सहारे पुलिस ने गिरोह के मुख्य सदस्यों को दबोच लिया.

गिरफ्तार अपराधियों में विकास कुमार (भैरोपुर, थाना बिदुपुर), सन्नी सिंह उर्फ सूरज कुमार सिंह (अदलपुर, थाना सदर), गौतम कुमार (भैरोपुर), अन्नू सिंह उर्फ राहुल सिंह (नगर हाजीपुर), आकाश कुमार (पोखरा मोहल्ला, नगर हाजीपुर), सोनू कुमार (अदलपुर), इंद्रजीत उर्फ कुंदन सिंह (देसरी), रोहित कुमार (भैरोपुर), आनंद राज उर्फ टुकटुक (अदलपुर), रितेश कुमार उर्फ छोटू (अदलपुर), और विशाल कुमार सिंह (बलवा कुआरी, थाना सदर, वैशाली) शामिल हैं.

एचडीएफसी बैंक में हथियारबंद अपराधियों ने की थी दो करोड़ रुपए की डकैती

बता दें कि 22 सितंबर की दोपहर करीब एक बजे मधुपुर स्थित एचडीएफसी बैंक में हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोला था और करीब दो करोड़ कैश लेकर फरार हो गए थे. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी पेशेवर अपराधी हैं, जो पहले भी लूट, चोरी और हथियारबंदी जैसी वारदातों में शामिल रहे.

देवघर पुलिस को आशंका है कि डकैती से पहले इस गिरोह के सदस्यों ने राज्य के अन्य बैंकों और एटीएम की भी रेकी की थी. फिलहाल, पुलिस गिरोह के नेटवर्क और संभावित सहयोगियों की पहचान में जुटी है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह खुलासा पुलिस की तकनीकी दक्षता, समन्वय और निरंतर प्रयास का परिणाम है.

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