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झारखंड घोटाले में IAS विनय चौबे की चौथी FIR, परिजनों पर भी आरोप

इस मामले में एसीबी की टीम रविवार को उनके आवास पर पहुंची और उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता से पूछताछ शुरू की. पूछताछ करने वाली टीम में एसीबी के डीआईजी, एसपी तथा अन्य अधिकारी शामिल हैं.

झारखंड के शराब एवं वनभूमि घोटाले के आरोपी निलंबित सीनियर आईएएस विनय कुमार चौबे पर एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच का शिकंजा लगातार कस रहा है. चौबे और उनके परिजनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (डीए) का एक मामला अलग से दर्ज किया गया है.

पहले भी हो चुकी है पूछताछ

इस मामले में एसीबी की टीम रविवार को उनके आवास पर पहुंची और उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता से पूछताछ शुरू की. पूछताछ करने वाली टीम में एसीबी के डीआईजी, एसपी तथा अन्य अधिकारी शामिल हैं. इससे पहले तीन दिसंबर को भी एसीबी की टीम विनय चौबे के घर पहुंची थी. 

चौथी FIR में सात आरोपी नामजद

उस दौरान भी स्वप्ना संचिता से विस्तृत पूछताछ की गई थी. एसीबी अधिकारी पहले से उपलब्ध दस्तावेजों, वित्तीय लेनदेन और कथित निवेश से जुड़े ब्योरे के आधार पर नई जानकारियां जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि एसीबी ने 24 नवंबर को विनय चौबे के खिलाफ चौथी प्राथमिकी दर्ज की थी. 

रिश्तेदार और करीबी सहयोगी भी घेरे में

इस प्राथमिकी में कुल सात लोगों को नामजद किया गया है. आरोप लगाया गया है कि सभी ने मिलकर भ्रष्टाचार, फर्जी लेनदेन और अवैध संपत्ति अर्जित करने का षड्यंत्र किया. प्राथमिकी में विनय चौबे के अलावा उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता को प्रत्यक्ष आरोपित बनाया गया है. नामजद अभियुक्तों में विनय चौबे के अत्यंत करीबी व्यावसायिक संपर्क माने जाने वाले विनय सिंह तथा उनकी पत्नी संचिता सिंह भी शामिल हैं. 

पहले से जेल में हैं चौबे और विनय सिंह

इसके अलावा विनय चौबे के साले शिपिज त्रिवेदी, उनकी पत्नी प्रियांका त्रिवेदी और चौबे के ससुर एसएन त्रिवेदी को भी आरोपित किया गया है. यह आशंका जताई गई है कि कथित संपत्ति का बड़ा हिस्सा रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर स्थानांतरित किया गया. 

गौरतलब है कि विनय चौबे और विनय सिंह पहले से ही शराब घोटाले और जमीन घोटाले से जुड़े मामलों में जेल में बंद हैं. एसीबी की जांच टीम दस्तावेजों और पूछताछ के आधार पर आरोपों को लेकर साक्ष्य एकत्रित करने में जुटी है.

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