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बीजापुर मुठभेड़: 5 लाख का इनामी नक्सली ढेर, भारी मात्रा में हथियार बरामद

मारे गए माओवादी की पहचान गमपुर निवासी आयतु पोड़ियाम (35), गंगालूर एरिया कमेटी के रूप में हुई है. माओवादी संगठन में आयतु एसीएम के पद पर था और गंगालूर एरिया कमेटी में सक्रिय था, जिस पर 5 लाख रुपए का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था.

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में पांच लाख रुपए के इनामी नक्सली को ढेर कर दिया है और मौके से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं.

सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी नक्सली ढेर

सुरक्षा बलों को बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के गमपुर-पुरंगेल के जंगलों में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान नक्सलियों ने एसटीएफ और डीआरजी के जवानों पर फायरिंग कर दी. फायरिंग होते ही सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए दो घंटे में पांच लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया.

मारे गए नक्सली की पहचान आयतु पोड़ियाम (35) के रूप में हुई

मारे गए माओवादी की पहचान गमपुर निवासी आयतु पोड़ियाम (35), गंगालूर एरिया कमेटी के रूप में हुई है. माओवादी संगठन में आयतु एसीएम के पद पर था और गंगालूर एरिया कमेटी में सक्रिय था, जिस पर 5 लाख रुपए का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था.

माओवादी वर्दी एवं अन्य नक्सली सामग्री बरामद

बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने सर्चिंग अभियान चलाया. इस दौरान मुठभेड़ हुई जो रुक-रुक कर चलती रही. मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक बीजीएल लॉन्चर, एक सिंगल शॉट बंदूक, तीन बीजीएल सेल, तीन राउंड, वॉकी-टॉकी, टीफिन बम, कार्डेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज, माओवादी वर्दी एवं अन्य नक्सली सामग्री बरामद की.

103 माओवादियों ने गुरुवार को किया था आत्मसमर्पण

इससे पहले बीजापुर जिले में 103 माओवादियों ने गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस और अर्धसैनिक अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. यह आत्मसमर्पण क्षेत्र में माओवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है.

हथियार डालने वालों में 49 माओवादी शामिल थे, जिन पर कुल 1.06 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था, जिनमें डीवीसीएम, पीपीसीएम, एसीएम, मिलिशिया कमांडर और जनता सरकार के सदस्य जैसे उच्च पदस्थ कैडर शामिल थे.

पिछले दो वर्षों में कुल 924 गिरफ्तारियां, 599 आत्मसमर्पण, और 195 माओवादियों की मौत हुई. अधिकारियों का मानना है कि यह रुझान माओवादी विचारधारा की कमजोरी और नक्सल-विरोधी अभियानों की बढ़ती प्रभावशीलता को दर्शाता है.

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