Advertisement

गेमिंग बिल लागू होते ही Dream11 को झटका! ₹9600 करोड़ कमाने वाला प्लेटफ़ॉर्म बंद होने की कगार पर, 8 करोड़ यूज़र्स को लगेगी चपत

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री अब एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. ड्रीम11 जैसी बड़ी कंपनियों के लिए यह फैसला बहुत बड़ा झटका है. जहां एक ओर सरकार इस कानून के ज़रिए युवाओं को जुए जैसी आदतों से बचाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर लाखों लोगों की नौकरी और करोड़ों यूजर्स की आदतें इससे प्रभावित हो रही हैं.

Image Credit: Dream 11

Dream 11 Banned: भारत सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. संसद में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 अब लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पास हो चुका है. इस नए कानून के बाद देश में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री, खासकर उन कंपनियों में खलबली मच गई है जो रियल मनी गेम्स यानी पैसे लगाकर खेले जाने वाले खेलों का कारोबार करती हैं.

 ड्रीम11 ने बंद करने का लिया फैसला, करोड़ों यूजर्स हैरान

इस बिल के असर से सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाली कंपनी है, Dream11. यह भारत की सबसे बड़ी फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनी है, जिसके करीब 28 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कानून के लागू होने के बाद ड्रीम11 ने अपने पैसे वाले गेम्स (Real-Money Gaming Unit) को बंद करने का फैसला किया है.कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बताया कि अब इस तरह के खेलों को जारी रखना कानूनी रूप से संभव नहीं है. यह फैसला अचानक लिया गया, जिससे यूजर्स और इंडस्ट्री दोनों हैरान हैं.

 ड्रीम11 की कमाई का बड़ा हिस्सा रियल मनी गेम्स से आता था

ड्रीम11 की शुरुआत साल 2008 में हुई थी और इसके फाउंडर्स हैं हर्ष जैन और भावित शेठ. कंपनी की लोकप्रियता खासतौर पर क्रिकेट फैंटेसी गेम्स की वजह से बहुत बढ़ी. रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी ने करीब ₹9,600 करोड़ की कमाई की, जिसमें से 90% इनकम रियल मनी गेम्स से हुई थी. नए कानून में रियल मनी आधारित गेम्स जैसे फैंटेसी स्पोर्ट्स, पोकर और रमी पर प्रतिबंध लग गया है, जिससे कंपनी का मुख्य बिजनेस ही बंद हो रहा है.

कर्मचारियों को दे दी गई जानकारी, ऐप अभी भी काम कर रहा है

ड्रीम11 के सीईओ हर्ष जैन ने एक इंटरनल मेल के जरिए कर्मचारियों को साफ-साफ बता दिया कि अब कंपनी के लिए रियल मनी गेम्स चलाना संभव नहीं है. कंपनी ने परमानेंट और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड कर्मचारियों को इस बदलाव के बारे में जानकारी दे दी है. हालांकि, अभी तक ड्रीम11 की ओर से कोई आधिकारिक प्रेस स्टेटमेंट नहीं आया है और ऐप फिलहाल काम कर रहा है. लेकिन यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में इसमें बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.

 ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों में डर का माहौल, शेयरों में गिरावट

ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के लिए यह कानून एक बहुत बड़ा झटका है. सरकार के इस कदम के बाद इस क्षेत्र की कई कंपनियों के शेयर गिरने लगे हैं और निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में कंपनियां यह सोच रही हैं कि अब अपने बिजनेस मॉडल में कैसे बदलाव करें, क्योंकि नए कानून के तहत कई तरह के गेम्स पूरी तरह बैन हो गए हैं.

क्या कहता है नया कानून? 

ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के तहत भारत में अब ऐसे गेम्स पर रोक है जिनमें पैसे लगाकर गेम खेला जाता है और बदले में पैसे मिलते हैं. जैसे:

रियल मनी फैंटेसी गेम्स
पोकर
रमी
इस कानून के तहत अब केवल E-Sports (खेल प्रतियोगिता जैसे वीडियो गेम्स) और सोशल गेमिंग (मनोरंजन के लिए खेल) की अनुमति दी गई है.
अगर कोई कंपनी या व्यक्ति इस कानून का उल्लंघन करता है, तो उस पर तीन साल की जेल या ₹1 करोड़ रुपये तक जुर्माना लग सकता है.

 गेमिंग इंडस्ट्री में बदलाव का समय

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री अब एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. ड्रीम11 जैसी बड़ी कंपनियों के लिए यह फैसला बहुत बड़ा झटका है. जहां एक ओर सरकार इस कानून के ज़रिए युवाओं को जुए जैसी आदतों से बचाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर लाखों लोगों की नौकरी और करोड़ों यूजर्स की आदतें इससे प्रभावित हो रही हैं.

Advertisement

Advertisement

अधिक →