Mercedes-Benz की कीमतों में बढ़ोतरी: 1 जून से ये कारें हो जाएंगी महंगी!
मर्सिडीज-बेंज का यह कदम उस समय आया है जब देश में महंगाई का दबाव बढ़ रहा है, और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में लगातार बदलती हुई स्थितियों के कारण कंपनियां अपनी लागत को पूरा करने के लिए कीमतों में वृद्धि कर रही हैं.

Mercedes-Benz Cars To Get Costlier: मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपने ग्राहकों को एक बड़ा झटका देते हुए आगामी 1 जून से अपनी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. यह वृद्धि कंपनी के सभी मौजूदा मॉडल्स पर लागू होगी और इसे दो चरणों में लागू किया जाएगा. मर्सिडीज-बेंज का यह कदम उस समय आया है जब देश में महंगाई का दबाव बढ़ रहा है, और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में लगातार बदलती हुई स्थितियों के कारण कंपनियां अपनी लागत को पूरा करने के लिए कीमतों में वृद्धि कर रही हैं.
इस बढ़ोतरी से न केवल मर्सिडीज-बेंज की कारें महंगी होंगी, बल्कि यह ऑटोमोबाइल के बाजार में ग्राहकों के लिए एक नया समीकरण बना सकती है. आइए जानते हैं इस बढ़ोतरी से जुड़ी पूरी जानकारी और मर्सिडीज-बेंज ने इसके बारे में क्या कहा है....
मर्सिडीज-बेंज की कारों की कीमतों में बढ़ोतरी
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने बताया कि कीमतों में यह बढ़ोतरी 1 जून 2025 से लागू होगी और यह सभी मौजूदा कार मॉडलों पर प्रभाव डालेगी। इस वृद्धि को दो चरणों में लागू किया जाएगा, जिसका मतलब है कि कुछ कारों की कीमतों में पहले चरण में थोड़ा बदलाव होगा और फिर दूसरे चरण में कुछ अधिक बढ़ोतरी हो सकती है.
कंपनी ने यह भी बताया कि बढ़ी हुई कीमतें सभी प्रीमियम सेगमेंट की कारों, जैसे कि SUVs, Luxury Sedans, और Coupes पर लागू होंगी. मर्सिडीज-बेंज के कई मॉडल्स जैसे GLA, GLC, E-Class, S-Class, AMG और Maybach जैसी प्रीमियम कारों की कीमतों में इजाफा होगा.
कीमतों में वृद्धि का कारण
मर्सिडीज-बेंज ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि यह बढ़ोतरी कुछ महत्वपूर्ण कारणों की वजह से की जा रही है.इनमें मुख्य कारणों में शामिल हैं:
कच्चे माल की बढ़ती लागत: पिछले कुछ महीनों में वैश्विक स्तर पर कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इससे मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ी है, और कंपनियों को इन अतिरिक्त खर्चों को कवर करने के लिए कीमतें बढ़ानी पड़ी हैं.
विनियामक और प्रौद्योगिकी में बदलाव: पर्यावरणीय नियमों और नई प्रौद्योगिकियों को लागू करने के लिए ऑटो कंपनियों को भारी निवेश करना पड़ता है. खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों और नए इंजन टेक्नोलॉजी में बदलाव के कारण यह लागत बढ़ी है.
मर्सिडीज-बेंज ने क्या कहा?
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि यह बढ़ोतरी "व्यापारिक परिस्थितियों" और "मांग और आपूर्ति के संतुलन" को देखते हुए की गई है. कंपनी का कहना है कि बढ़ी हुई कीमतों के बावजूद, वे अपनी कारों के उच्चतम गुणवत्ता और प्रीमियम अनुभव को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ग्राहक इस कीमत बढ़ोतरी के बावजूद मर्सिडीज-बेंज की कारों की आकर्षक और प्रीमियम अनुभव को पसंद करेंगे.कंपनी ने यह भी उल्लेख किया कि वे अपने ग्राहकों के लिए विशेष योजनाएं और वित्तीय सहायक पैकेज भी पेश करेंगे, ताकि ग्राहक इस बढ़ोतरी को सहने में अधिक सक्षम हों.
मर्सिडीज-बेंज की कारों की कीमतों में संभावित वृद्धि
मर्सिडीज-बेंज की कारों की कीमतों में यह वृद्धि कितनी होगी, इसका अंदाजा अभी तक पूरी तरह से नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन यह माना जा रहा है कि कीमतें लगभग 2 से 4 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं. उदाहरण के लिए, GLA 200 की वर्तमान कीमत ₹45-50 लाख के आसपास है, और इस बढ़ोतरी के बाद यह ₹2-3 लाख तक महंगी हो सकती है. इसी तरह, GLC 300 और S-Class जैसे लग्ज़री मॉडल्स की कीमतों में भी समान वृद्धि देखी जा सकती है.
क्या ग्राहकों को अपनी कार खरीदने में इंतजार करना चाहिए?
यह सवाल उन ग्राहकों के मन में उठ सकता है जो मर्सिडीज-बेंज की कार खरीदने की योजना बना रहे हैं. अगर आप मर्सिडीज-बेंज की कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप 1 जून से पहले अपनी कार खरीद लें, क्योंकि इसके बाद कीमतें बढ़ने की संभावना है. हालांकि, कंपनी ने ग्राहकों के लिए वित्तीय योजनाएं उपलब्ध कराई हैं, जिससे वे अपनी कार खरीदारी को और भी सरल और सुलभ बना सकते हैं.