'गांधी के बाद सबसे महान हैं मोदी...', अमेरिकी सांसद ने की पीएम की तारीफ, चीन से भारत की तुलना कर कही बड़ी बात
अमेरिकी सांसद रिच मैककॉर्मिक ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि वे भारत के सबसे प्रभावशाली राजनेता हैं. वे शायद भारत में महात्मा गांधी के बाद सबसे महान नेता हैं.

वॉशिंगटन डीसी में आयोजित अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (US India Strategic Partnership Forum) के दौरान अमेरिकी प्रतिनिधियों ने भारत की दिल खोलकर तारीफ की. यह तारीफ व्यापार के मामले में भारत और अमेरिका एक अच्छी साझेदारी निभाने की तरफ इशारा कर रही है. यहां मौजूद अमेरिकी सांसद और इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष रिच मैककॉर्मिक ने दिल खोलकर भारत के साथ-साथ पीएम मोदी की तारीफ की. इतना ही नहीं रिच ने मोदी और ट्रंप को एक जैसा नेता बताया. साथ ही चीन के साथ भारत की तुलना करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर निवेश अब चीन से हटकर भारत की ओर बढ़ रहा है.
‘भारत में गांधी के बाद सबसे महान मोदी’
अमेरिकी सांसद रिच मैककॉर्मिक ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ में कहा है कि वे भारत के सबसे प्रभावशाली राजनेता हैं. वे शायद भारत में महात्मा गांधी के बाद सबसे महान नेता हैं. उन्होंने आगे कहा कि पीएम बेहद विनम्र हैं और जो लोग उन्हें प्रधानमंत्री बनने से पहले जानते थे, वे बताते हैं कि मोदी उनके घर आने पर फर्श पर सोते थे. उन्होंने पीएम मोदी को जननेता बताते हुए कहा – ‘वे आक्रामक और राष्ट्रवादी प्रतीत हो सकते हैं, लेकिन उन्हें अर्थव्यवस्था को विकसित करने का वैश्विक दृष्टिकोण अच्छी तरह समझ है.’
‘मोदी और ट्रंप दोनों एक जैसे’
वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनक ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और मोदी की तुलना की. उन्होंने कहा कि ट्रंप अमेरिका में पूरे देश की जनता से चुने हुए व्यक्ति हैं, जबकि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यही स्थिति रखते हैं. उन्होंने दोनों नेताओं के मजबूत और सकारात्मक रिश्ते का हवाला देते हुए कहा कि ये व्यापारिक वार्ताओं को और आसान बना देता है. उन्होंने ये भी कहा है कि ऐसे समझौते बनने में वक्त लगता है लेकिन उनकी कोशिश रहेगी कि ये जल्दी हो सके.
चीन से की भारत की तुलना
अमेरिकी सीनेटर स्टीव डेन्स ने भारत की तुलना चीन से करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर निवेश अब चीन से हटकर भारत की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ‘भारत की मेरी यात्रा मुझे 20 साल पहले के चीन की याद दिलाती हैं, जब मैं वहां व्यवसाय शुरू कर रहा था. भारत में बहुत संभावनाएं और नई-नई चीज़ें सामने आ रही हैं. मैं यहां लंबे भविष्य का विश्वास रखता हूं.’ उन्होंने कहा कि जब वे चीन जाते हैं, तो अपना फोन वॉशिंगटन में ही छोड़ देते हैं, जबकि भारत आते वक्त वे फोन भी लाते हैं और अपने परिवार को वीडियो कॉल के ज़रिये खुशी-खुशी दिखाते भी हैं.