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'अगर वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला चलेगा...' अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से बोले पीएम मोदी, पाक को दी सीधी चेतावनी

भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी से बातचीत की है. जेडी वेंस से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा है कि 'अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो हम मजबूती के साथ उसका जवाब देंगे. वहीं अगर पाकिस्तान गोलीबारी नहीं करता है तो वह भी संयम बरतेंगे.'
'अगर वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला चलेगा...' अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से बोले पीएम मोदी, पाक को दी सीधी चेतावनी
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करने को लेकर पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच बातचीत हुई है. इस बातचीत में पीएम मोदी ने जेडी वेंस के जरिए पाकिस्तान को खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वहां से गोली चलेगी तो यहां से गोला चलेगा. बता दें कि दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने को लेकर अमेरिका कई दिनों से मध्यस्थता की भूमिका निभा रहा है. इससे पहले 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों से बातचीत कर सीजफायर समझौते में बड़ी भूमिका निभाई थी, लेकिन पाकिस्तान ने कुछ ही घंटे बाद सीजफायर का उल्लंघन कर भारत पर फिर से हमले शुरू कर दिए. बता दें कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी के अलावा पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बातचीत की है. 

'पाकिस्तान के हर हमले का जवाब मजबूती से देंगे..' - विदेश मंत्रालय 

भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी से बातचीत की है. जेडी वेंस से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा है कि 'अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो हम मजबूती के साथ उसका जवाब देंगे. वहीं अगर पाकिस्तान गोलीबारी नहीं करता है. तो वह भी संयम बरतेंगे.' 

अमेरिकी विदेश मंत्री ने एस जयशंकर से की  बातचीत 
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के अलावा विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत की है. दोनों के बीच कॉल पर इस हुई बातचीत का उद्देश्य किसी विकल्प निकासी पर नहीं बल्कि ऑफ रैंप पर चर्चा करना था. इसमें भारत ने यह भी स्वीकार किया है कि भारत अपनी शर्तों के आधार पर सीजफायर करने पर राजी हुआ है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री दोनों ने भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की है. 

'भारत ने अपनी शर्तों के तहत किया सीजफायर' - विदेश मंत्रालय 
भारत ने यह भी स्वीकार किया है कि उसने अपनी शर्तों के आधार पर सीजफायर किया है और यह भी साफ कर दिया है कि किसी भी कार्रवाई का जवाब उसी की जुबान से दिया जाएगा. भारत ने कहा कि "हमने अपनी तरफ से सीजफायर का उल्लंघन नहीं किया है. जब वहां से इसका उल्लंघन हुआ, उसके बाद ही हमने जवाबी कार्रवाई की."

'दो देशों के मसले में किसी तीसरे का दखल नहीं' 
भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तरह की मध्यस्थता करने पर किसी तीसरे की दखल मंजूर नहीं है. भारत का कहना है कि वह कश्मीर मसले पर अपने पुराने रुख पर कायम है. जानकारी के लिए बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई थी. वहीं भारत की तरह पाकिस्तान ने भी डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर मुद्दे को एक लंबा विवाद बताया है. उसने कहा है कि "अगर ऐसा हुआ, तो इससे आगे की शांति और सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है."
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