बांग्लादेश एयरफोर्स का F-7 ट्रेनर जेट हादसे का शिकार... स्कूल की बिल्डिंग से टकराया विमान, एक की मौत, कई घायल
बांग्लादेश के ढाका में एयरफोर्स का एक F-7 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट सोमवार दोपहर माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की बिल्डिंग पर क्रैश हो गया. हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई है और चार लोग घायल हुए हैं. दुर्घटना के वक्त स्कूल परिसर में बच्चे मौजूद थे. सेना और फायर अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है. फ़िलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है.
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बांग्लादेश की राजधानी ढाका सोमवार को एक दर्दनाक हादसे का गवाह बनी, जब वायुसेना का एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट अचानक नॉर्दर्न उत्तरा क्षेत्र में मौजूद एक स्कूल-कॉलेज की इमारत पर जा गिरा. हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह विमान एक शिक्षण संस्थान के परिसर में गिरा, जहां उस समय छात्र मौजूद थे. बांग्लादेश एयरफोर्स की ओर से पुष्टि की गई है कि यह दुर्घटना उनका एक चीन द्वारा निर्मित एफ-7 लड़ाकू विमान था, जो ट्रेनिंग उड़ान पर था. हादसे के तुरंत बाद बांग्लादेश सेना और फायर सर्विस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया गया.
स्कूल के ऊपर गिरा विमान
भारतीय सीमा अनुसार यह हादसा दोफ़र 1:06 बजे और ढाका के समयानुसर दोपहर के 1:30 बजे हुआ. हादसा दिन के समय स्कूल परिसर में छात्र मौजूद थे. विमान सीधे "माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज" के भवन पर गिरा, जिससे वहां तुरंत अफरा-तफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान के गिरते ही स्कूल के चारों ओर धुएं का गुबार उठने लगा और भवन में आग लग गई. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए. घटनास्थल से सामने आया एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि विमान के गिरते ही तेज धमाका हुआ और आग की लपटें ऊपर उठने लगीं. छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में दहशत का माहौल छा गया.
एक की मौत, चार घायल
बांग्लादेश की अग्निशमन सेवा की अधिकारी लीमा खान ने मीडिया को जानकारी दी कि इस हादसे में कम से कम एक व्यक्ति की जान चली गई है, जबकि चार लोग घायल हुए हैं. खबर लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मरने वाला व्यक्ति पायलट था या स्कूल परिसर का कोई सदस्य. चारों घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है. राहत कार्यों के लिए सेना, पुलिस और दमकल की कई टीमें घटनास्थल पर तैनात की गई हैं. फिलहाल इलाके को सील कर दिया गया है और सघन जांच जारी है.
एफ-7 विमान
एफ-7 विमान चीन में निर्मित एक लाइट वेट सुपरसोनिक जेट है, जिसे कई एशियाई देशों ने अपनी वायुसेना में शामिल किया है. यह विमान मुख्यतः प्रशिक्षण और इंटरसेप्शन मिशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि इसे तेज और विश्वसनीय माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस विमान से जुड़ी कई दुर्घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे इसकी तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं. बांग्लादेश की सेना ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि विमान के क्रैश होने का कारण तकनीकी गड़बड़ी थी या मानवीय चूक, लेकिन शुरुआती अनुमान इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि इंजन फेल या नियंत्रण प्रणाली में खामी इसका कारण हो सकती है.
In Dhaka; a F7 fighter aircraft crushed into college building of a residential area!
— Shadhin (@ShadhinMuslim) July 21, 2025
Blame goes to old (buira) decision makers who wanted college, shopping mall, residential building, military contingent and airport runways just next to their tax-subsidized home in DOHS! pic.twitter.com/bzUzSlCDPH
हादसे ने उठाए कई गंभीर सवाल
स्कूल जैसी जगह पर सैन्य विमान का गिरना एक बहुत गंभीर चिंता का विषय है. जहां एक ओर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या ट्रेनिंग फ्लाइट के रूट की योजना पर्याप्त सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई थी, वहीं यह भी पूछा जा रहा है कि हादसा होने के बाद बचाव और राहत के प्रयास कितनी तेजी से हुए. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे ट्रेनिंग मिशन आमतौर पर कम आबादी वाले या खुले क्षेत्रों में किए जाने चाहिए. इस तरह की घटनाएं भविष्य में टाली जा सकती हैं अगर उड़ानों की योजना और विमान की तकनीकी जांच और अधिक सख्ती से की जाए.
अहमदाबाद विमान हादसे की याद हुई ताजा
इस हादसे ने हाल ही में भारत के अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश की याद ताजा कर दी है. 12 जून को हुए उस हादसे में एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की मौत हुई थी. उस मामले की जांच में यह बात सामने आई कि विमान का फ्यूल स्विच दुर्घटना से पहले बंद हो गया था, जिससे ईंधन की आपूर्ति बाधित हुई और विमान गिर गया. यह दोनों घटनाएं बताती हैं कि हवाई सुरक्षा के क्षेत्र में अभी भी कई सुधार की आवश्यकता है.
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बताते चलें कि बांग्लादेश में हुआ यह हादसा न सिर्फ उस देश के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है कि सैन्य और नागरिक दोनों उड़ानों में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए. एयरक्राफ्ट में किसी भी तरह की तकनीकी कमी या ट्रेनिंग में लापरवाही की कीमत जान से चुकानी पड़ सकती है. अब यह जरूरी है कि बांग्लादेश सरकार इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए.
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