पहले गर्दन पर रख दिया घुटना, फिर जमीन पर पटका...ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की बर्बरता से भारतीय मूल के गौरव कुंदी की मौत
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में भारतीय मूल के एक व्यक्ति के साथ कथित पुलिस बर्बरता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस घटना में पुलिस की कथित मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल हुए गौरव कुंदी की 13 जून को अस्पताल में मौत हो गई. गौरव कुंदी के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने उन्हें उनके घर के बाहर रोककर ज़मीन पर पटक दिया और फिर अत्यधिक बल का प्रयोग किया, जिससे उनके मस्तिष्क और गर्दन की नसों में गंभीर चोटें आईं.

ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में भारतीय मूल के एक व्यक्ति के साथ कथित पुलिस बर्बरता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. रॉयस्टन पार्क इलाके में 29 मई की सुबह हुई इस घटना में पुलिस की कथित मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल हुए गौरव कुंदी की 13 जून को अस्पताल में मौत हो गई. उनकी मौत ने ऑस्ट्रेलिया और भारत में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है और अब इस घटना की तुलना अमेरिका के बहुचर्चित जॉर्ज फ्लॉयड मामले से की जा रही है.
गौरव कुंदी के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने उन्हें उनके घर के बाहर रोककर ज़मीन पर पटक दिया और फिर अत्यधिक बल का प्रयोग किया, जिससे उनके मस्तिष्क और गर्दन की नसों में गंभीर चोटें आईं. इस हमले का वीडियो उनकी साथी अमृतपाल कौर ने रिकॉर्ड किया, जिसमें गौरव कुंदी को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है: “मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है.” वहीं, अमृतपाल कौर लगातार अधिकारियों से रुकने की अपील करती नजर आती हैं. गंभीर चोटों के चलते कुंदी को उसी दिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ती गई और 13 जून को उनकी मौत हो गई.
मानवाधिकार संगठनों ने जताई नाराजगी
घटना के बाद से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय और मानवाधिकार संगठन इस मामले को लेकर आक्रोशित हैं. इसको लेकर कई संगठनों ने आरोप लगाया है कि यह मामला नस्लीय भेदभाव और पुलिस की अत्यधिक शक्ति के दुरुपयोग का प्रतीक है. अब यह मुद्दा सोशल मीडिया पर भी गरमा गया है और 'Justice for Gaurav' हैशटैग के साथ लोग न्याय की मांग कर रहे हैं.
गौरव कुंदी मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप
इस घटना की चश्मदीद और कुंदी की साथी अमृतपाल कौर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने शुक्रवार को जारी बयान में इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है. अमृतपाल कौर के मुताबिक, पुलिस ने गौरव कुंदी को बेवजह रोका और इस दौरान एक अधिकारी ने कथित रूप से उनकी गर्दन पर घुटना रखा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाथापाई के दौरान कुंदी का सिर पुलिस वाहन से जोर से टकरा गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं. इस आरोप पर पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि शुरुआती जांच और बॉडीकैम फुटेज की समीक्षा में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है. साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस के एक बयान में कहा गया, “किसी भी क्षण पुलिस अधिकारियों द्वारा गौरव कुंदी की गर्दन पर घुटना रखने या सिर को वाहन अथवा सड़क पर दबाने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं.”
बताते चलें कि गौरव कुंदी की मौत के बाद मामले की जांच जारी है और ऑस्ट्रेलिया पुलिस आयुक्त की निगरानी में इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस बीच अब साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस का आधिकारिक बयान सामने आया है. अधिकारियों ने कहा कि गौरव कुंदी ने कथित तौर पर पुलिस के साथ गिरफ्तारी के दौरान हिंसक विरोध किया था. यह टकराव उस वक्त हुआ जब पुलिस ने गौरव और उनकी साथी अमृतपाल कौर के बीच कथित घरेलू विवाद में हस्तक्षेप किया. पुलिस ने बताया कि इस बेहद संवेदनशील मामले की सार्वजनिक और राजनयिक स्तर पर जांच की संभावना को देखते हुए भारतीय वाणिज्य दूतावास को भी आधिकारिक तौर पर सूचित कर दिया गया है.