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Railway Rules: रेलवे ने बदले एंट्री के नियम, बिना टिकट वालों की नहीं होगी स्टेशन पर एंट्री

रेलवे का यह फैसला थोड़ी सख्ती जरूर दिखाता है, लेकिन यह यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है. भीड़ में होने वाले हादसे, जेबकटी, चोरी या असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर इससे रोक लगेगी.

Image Credit: Pexels

Indian Railway: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है. यहां रोज़ लाखों यात्री सफर करते हैं, और हजारों लोग सिर्फ अपने रिश्तेदारों या दोस्तों को छोड़ने या लेने के लिए स्टेशन पहुंचते हैं. इस भारी भीड़ की वजह से रेलवे प्रशासन को बार-बार नियमों में बदलाव करने पड़ते हैं ताकि स्टेशन की सुरक्षा बनी रहे और भीड़ का प्रबंधन बेहतर तरीके से हो सके. अब रेलवे ने एक सख्त लेकिन ज़रूरी फैसला लिया है, अगर आपके पास प्लेटफार्म टिकट या यात्रा टिकट नहीं है, तो आप स्टेशन में दाखिल नहीं हो सकते.यानी सिर्फ यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश मिलेगा, बाकी किसी को भी अब यूं ही अंदर जाने की इजाज़त नहीं होगी.

प्लेटफॉर्म टिकट बना ज़रूरी, नहीं तो भरना होगा चालान

अगर आप किसी को ट्रेन में बैठाने या लेने के लिए स्टेशन जाते हैं, तो अब आपको पहले प्लेटफार्म टिकट खरीदना होगा. बिना टिकट के पकड़े जाने पर रेलवे चालान भी काट सकता है. यह नियम सिर्फ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लागू किया गया है लेकिन आने वाले समय में यह अन्य बड़े स्टेशनों पर भी लागू हो सकता है.
रेलवे का मानना है कि इससे स्टेशन में अनावश्यक भीड़ कम होगी और सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी. असली यात्री और सिर्फ घूमने वाले लोगों में फर्क करना आसान होगा.

अनारक्षित कोचों में भीड़ पर लगेगा ब्रेक, शुरू हुआ खास ट्रायल

रेलवे ने एक और बड़ा कदम उठाया है, जो खासतौर पर उन यात्रियों को प्रभावित करेगा जो जनरल (अनारक्षित) कोच में सफर करते हैं. त्योहारों के मौसम से पहले, नई दिल्ली स्टेशन पर एक नया ट्रायल शुरू किया गया है जिसमें जनरल कोच की टिकटों की संख्या सीमित कर दी गई है.

इस नियम के तहत:

  • हर अनारक्षित कोच के लिए सिर्फ 150 टिकट ही जारी किए जाएंगे, और वो भी शुरुआती स्टेशन से.
  • बीच के स्टेशनों पर सिर्फ कोच की क्षमता का 20% टिकट ही मिलेगा.
  • अगर किसी ट्रेन में 4 जनरल कोच हैं, तो नई दिल्ली स्टेशन से कुल मिलाकर सिर्फ 600 यात्रियों को ही टिकट मिल पाएगा.
  • इस ट्रायल का मकसद है कि त्योहारों के दौरान होने वाली खतरनाक भीड़ को काबू में लाया जा सके और यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल सके. अगर यह योजना सफल होती है, तो इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है.

यात्रियों के लिए क्या बदल जाएगा?

  • स्टेशन में प्रवेश पहले से ज्यादा कड़ा और नियंत्रित हो जाएगा.
  • अब सिर्फ वास्तविक यात्रियों या टिकटधारी लोगों को ही स्टेशन में एंट्री मिलेगी.
  • प्लेटफार्म टिकट के बिना जाने की सोचें भी मत, नहीं तो चालान तैयार रहेगा.
  • जनरल कोच में सफर करने वालों को अब पहले से टिकट की प्लानिंग करनी होगी, क्योंकि लिमिट तय कर दी गई है.

सुरक्षा और सुविधा

रेलवे का यह फैसला थोड़ी सख्ती जरूर दिखाता है, लेकिन यह यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है. भीड़ में होने वाले हादसे, जेबकटी, चोरी या असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर इससे रोक लगेगी.

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