महंगाई पर ब्रेक! LPG सिलेंडर हुआ सस्ता, जेब पर पड़ेगा कम बोझ... जानिए नई कीमतें
हर महीने की पहली तारीख को गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया जाता है, और इस बार भी ऐसा ही हुआ है. देश के चारों बड़े महानगरों – दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई – में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी आई है, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

LPG Cylinder Price: हर महीने की पहली तारीख को गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया जाता है, और इस बार भी ऐसा ही हुआ है. देश के चारों बड़े महानगरों – दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई – में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी आई है, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. सबसे खास बात ये है कि कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अब 7 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, यानी अब यह 1,700 रुपये से भी कम में मिल रहा है.
कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतें
1 मई 2025 को 19 किलोग्राम वाला कमर्शियल सिलेंडर फिर सस्ता कर दिया गया है. यह लगातार दूसरा महीना है जब इसके दामों में कटौती की गई है. कुछ शहरों में इसमें 17 रुपये तक की कमी की गई है:
दिल्ली: 1762 रुपये से घटकर अब 1747.50 रुपये
मुंबई: 1713.50 रुपये से घटकर 1699 रुपये
कोलकाता: 1868.50 रुपये से घटकर 1851.50 रुपये
चेन्नई: 1921.50 रुपये से घटकर 1906.50 रुपये
यह अक्टूबर 2024 के बाद पहली बार है जब किसी भी मेट्रो सिटी में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1,700 रुपये से नीचे पहुंची है, खासकर मुंबई में...
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में नहीं हुआ बदलाव
जहां कमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ है, वहीं घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें पहले जैसी बनी हुई हैं. 1 मई को इनकी कीमतें इस प्रकार हैं:
दिल्ली: 853 रुपये
मुंबई: 852.50 रुपये
कोलकाता: 879 रुपये
चेन्नई: 868.50 रुपये
पिछली बार घरेलू एलपीजी की कीमतों में बदलाव 8 अप्रैल 2025 को हुआ था, जब 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी. यह बढ़ोतरी करीब एक साल बाद हुई थी.
उज्ज्वला योजना के तहत 300 रुपये सस्ता सिलेंडर
देश में फिलहाल करीब 32.9 करोड़ एलपीजी कनेक्शन हैं, जिनमें से 10.33 करोड़ उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं. इस योजना के तहत गरीब परिवारों को हर सिलेंडर पर 300 रुपये की सब्सिडी मिलती है.हालांकि, कुछ राज्यों जैसे तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में पहले से चल रही स्थानीय योजनाओं के कारण उज्ज्वला लाभार्थियों की संख्या कम है – सिर्फ 10 फीसदी.सरकार ने 2025-26 के बजट में एलपीजी सब्सिडी के लिए 11,100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. वहीं पिछले साल 2022-23 में, तेल कंपनियों को 22,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई थी क्योंकि उन्हें सिलेंडर बेचने में घाटा हो रहा था.
राहत और चिंता दोनों साथ
कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती एक राहत की खबर जरूर है, खासकर होटलों, ढाबों और दुकानों के लिए, लेकिन घरेलू उपभोक्ताओं को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में एलपीजी की कीमतें स्थिर रहेंगी और जरूरतमंदों को सब्सिडी का लाभ समय पर मिलेगा.